Monday , November 25 2024

स्पेशल

हम काफिर हैं ज़रूर पर आप के शिकार होने वाले काफिर नहीं

दयानंद पांडे लीगी और जेहादी मानसिकता के जहर में डूबे हुए लोगों , सी ए ए के दंगाइयों के पोस्टर आज भी चौराहों पर लगे हुए हैं। आंख खोल कर देख लीजिए। सी ए ए के समय के दंगाइयों ने हाथरस में भी जातीय दंगा कराने की कोशिश की। पर ...

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जातीय राजनीति के नैरेटिव में फंसा हांफता , बदबू मारता विपक्ष

दयानंद पांडे इन दिनों एक नया नैरेटिव रचा जा रहा है , खास कर कांग्रेस द्वारा कि योगी सरकार दलित विरोधी है। इसी हाथरस समेत तमाम जगह दलित स्त्रियों से बलात्कार की घटनाएं बढ़ गई हैं। यह हाल तब है जब दलित स्त्रियों के साथ सब से ज़्यादा बलात्कार कांग्रेस राज ...

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जब धर्म विरोधी शक्तियां रस्सी को सांप बना कर समाज को तोड़ने का षड्यंत्र करें, तब हमें केवल और केवल प्रेम की बात करनी चाहिए

सर्वेश तिवारी श्रीमुख जब धर्म विरोधी शक्तियां रस्सी को सांप बना कर समाज को तोड़ने का षड्यंत्र करें, तब हमें केवल और केवल प्रेम की बात करनी चाहिए। वे एक उदाहरण दे कर कहेंगे कि ठाकुर अत्याचारी होते हैं। मैं हजार उदाहरणों के साथ अड़ा रहूंगा कि आज भी असँख्य ...

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“निर्मलजीत सिंह शेखों” : भारतीय वायु सेना के एक मात्र परमवीर चक्र विजेता

लोकेश कौशिक युद्ध की जब भी चर्चा होती है, हमारे किस्से भारतीय आर्मी से आ जुड़ते है, लेकिन आज एयर फोर्स डे पर मैं आपको सुनाता हूँ भारतीय वायु सेना के एक मात्र परमवीर चक्र विजेता “निर्मलजीत सिंह शेखों” की कहानी। 14 दिसम्बर 1971 का दिन श्रीनगर की जमा देने ...

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रामविलास पासवान: जातिबोध था लेकिन लोक व्यवहार की लक्ष्मण रेखा का कभी उल्लंघन नहीं किया

उमेश उपाध्याय “हमारी प्रेस रिलीज नहीं छापिएगा संपादक जी?” मैंने अपने डेस्क से ऊपर नज़र उठाई तो देखा सफ़ेद कुर्ते पजामे में आत्मविश्वास से भरपूर एक नौजवान नेता हमारे संपादक स्वर्गीय श्री शरद द्विवेदी से मुखातिब था। ये कोई 1985-86 की बात है। मैंने पीटीआई भाषा में बतौर प्रशिक्षु पत्रकार ...

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Inside Story- बार-बार सीएम नीतीश पर निशाना क्यों? ये है चिराग पासवान की सियासी गणित

लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के तल्ख तेवर तता पार्टी की ओर से कही जा रही इन दो बातों पर गौर करें, पहला मोदी से बैर नहीं, नीतीश तुम्हारी खैर नहीं, दूसरा हम भाजपा के साथ सरकार बनाएंगे, इससे जाहिर है कि बीजेपी के साथ रहने तथा ...

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हिंदुओं के रेप में जाति का समीकरण परोसता मीडिया, TRP के लिए 13 साल पहले ही दिख गया था मीडिया का गिद्ध रूप

आनंद कुमार (साभार) हाथरस मामले के बीच ये याद करने की ज़रूरत है कि बारह वर्ष पहले, साल का करीब-करीब यही वक्त था (अक्टूबर 2008), जब उमा खुराना ने एक स्टिंग ऑपरेशन को लेकर अपना मानहानि का मुकदमा वापस लिया। उनका कहना था कि टीवी न्यूज़ चैनल के साथ, अदालत के ...

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गलतियों पर गलतियां करती गयी योगी सरकार, अपनों ने ही फटकारा

राजेश श्रीवास्तव यूं तो उत्तर प्रदेश में कई बार दुराचार की घटनाएं भी हुईं, हत्या भी हुईं लेकिन हाथरस मामले में भारतीय जनता पार्टी के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आखिर अपनों के ही निशाने पर आ गये तब जाकर उन्हें यह एहसास हुआ कि उनसे गलती हुई और उन्होंने ...

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43 साल पहले 3 अक्टूबर की रात इंदिरा गांधी के साथ ऐसा भयावह क्या गुजरा?

इंदिरा गांधी करीब 15 साल देश की प्रधानमंत्री रहीं, उन्होंने कभी कल्पना तक नहीं की होगी कि जिस देश में उन्होंने खुद पूरे दमखम से राज किया, उनके पिता भी 17 साल तक देश के पीएम रहे, उनके साथ भी इस तरह की ‘भयावह’ घटना हो सकती है? 3 अक्टूबर ...

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सुपर कम्युनिस्ट शास्त्री: बेटी इंदिरा के हाथ में देश सौंपने के लिए नेहरू ने मृत्यु से पहले ही कर लिए थे पूरे इंतजाम

आशीष नौटियाल (साभार) ‘Who After Nehru’ यानी, ‘नेहरू के बाद कौन?’ मई 27, 1964 को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अखबारों के पहले पन्नों पर यही प्रमुख शीर्षक था। 1964 में जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु के बाद लाल बहादुर शास्त्री ने भारत ...

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बेगूसराय में बजरंग दल कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग की कोशिश, हथियारों के साथ 400 की मुस्लिम भीड़ ने घेरा

जयन्ती मिश्रा (साभार) असहाय, बेबस और कथिततौर पर लव जिहाद का शिकार हुई पीड़िता की मदद करना, बिहार के बेगूसराय में बजरंग दल कार्यकर्ताओं को मॉब लिंचिंग की कगार पर लाकर खड़ा कर देगा, यह शुभम भारद्वाज, पंकज सिंह, विकास भारती ने कभी सोचा भी नहीं था। उनके पास तो बस ...

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कठुआ कांड की तरह ही मीडिया लिंचिंग की साजिश तो नहीं? 31 साल पहले भी 4 नौजवानों ने इसे भोगा था

आनंद कुमार (साभार) शहर एक नए किस्म के अपराधियों से परेशान था। ये लड़कों के छोटे-छोटे समूहों में होते थे और लोगों पर हमला कर उनके साथ मारपीट और लूटपाट किया करते थे। ‘वाइल्डिंग’ नाम के ऐसे समूह 1989 के दौर में अमेरिका के न्यूयॉर्क में खासे कुख्यात थे। न्यूयॉर्क के ...

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जब बलात्कार से ज्यादा जरूरी हिन्दू प्रतीकों पर कार्टून बना कर नीचा दिखाना हो जाता है: अपना इतिहास स्वयं लिखो

आनंद कुमार (साभार) बलात्कार का अभियुक्त था, भारत में होता तो शायद उसके साथ इससे भी बुरा होता। जब वो चीख-चीख कर कहने लगा कि उसने कोई बलात्कार किया ही नहीं तो उसकी सुनता कौन? हरेक अपराधी ऐसा ही कहता है। ऊपर से ये तो अपराधियों में भी सबसे घृणित ...

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सात सीटो पर जीतने वाले सिर्फ डेढ़ साल के लिए बन सकेंगे विधायक

सात में से छह पर भाजपा तो एक पर सपा काबिज राजेश श्रीवास्तव लखनऊ । उत्तर प्रदेश में जिन सात सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हुआ है। उनमें सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के सामने जहां-जहां अपना ...

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माधव कान्त मिश्र : पत्रकार जिसने धर्म और अध्यात्म को बनाया लोक सरोकार (त्रयोदशाह पर श्रद्धाञ्जलि)

डॉ० मत्स्येन्द्र प्रभाकर स्वच्छ और निर्मल मन के लोग अपने व्यवहार में भी निर्विकार होते हैं। सामने आने/उभरने वाले किसी मुद्दे पर वे बेलाग मुखर हो जाते हैं। वज़ह यह कि उनके मन में कोई कूड़ादान नहीं होता। हालाँकि इसकी बिना पर लोग उनके व्यक्तित्त्व को लेकर बहुधा सशंकित हो ...

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