प्रखर श्रीवास्तव कमल हासन ने कहा कि गांधी का हत्यारा गोडसे पहला हिंदू आतंकवादी था… यानि गोडसे के नाम पर उन्होने पूरे हिंदू धर्म को कटघरे में खड़ा कर दिया… यानि कमल हासन ने एक तरह से ये कह दिया कि इस देश में आतंकवाद का जनक कोई है तो ...
Read More »स्पेशल
क्लीन चिट तो मिल गई मीलॉर्ड, लेकिन दाग़ अभी मिटे नहीं हैं
राहुल कोटियाल यौन उत्पीड़न मामले में देश के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को क्लीन चिट मिल चुकी है. लेकिन जिस तेज़ी और जिस प्रक्रिया से उन्हें यह क्लीन चिट दी गई, वह भारत के न्यायिक इतिहास में अभूतपूर्व है. एक महीने से भी कम समय में इस पूरे मामले की ...
Read More »भारत में वोटिंग मशीन को हैक करना कितना मुश्किल और कितना आसान है?
नई दिल्ली। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने वीवीपैट गणना के लिए ईवीएम मशीनों की संख्या बढ़ाने संबंधी विपक्षी दलों की एक और याचिका खारिज कर दी है. इन दलों ने याचिका के जरिये सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी कि लोकसभा चुनाव के तहत हरेक विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ ...
Read More »पूरी दुनिया रबींद्रनाथ टैगोर के लिए घर थी और शांतिनिकेतन इसका सबसे प्यारा कोना
गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर और शांतिनिकेतन आज लोगों के लिए जैसे पूरक नाम हैं. ऐसा होना जायज भी है क्योंकि शांतिनिकेतन बनाना टैगोर के जीवन का अभिन्न और सबसे बड़ा सपना था. अमूमन हमारे जीवन में कोई सपना या लक्ष्य तभी सबसे अहम हो पाता है जब उसकी बुनियाद से हमारे ...
Read More »राहुल और मोदी का याराना! (व्यंग्य)
राहुल कुमार गुप्त राहुल और मोदी कल रात सपने में आये दोनों में गजब का याराना लग रहा था, खूब ठहाके-वहाके और हँसी-मजाक का दौर चल रहा था। मोदी बोले पाँच साल मैं अभी और देश में तितर-बितर मचाऊंगा तब ही जाकर जनता की नज़रों में तुम प्रतिष्ठित हो पाओगे। ...
Read More »पूरा माहौल बनाने के बावजूद कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी को क्यों नहीं उतारा?
हिमांशु शेखर प्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है. कांग्रेस ने इस लोकसभा सीट से अजय राय को लोकसभा का टिकट देने का ऐलान कर दिया है. पिछली बार भी अजय राय को वाराणसी से उतारा गया था. तब ...
Read More »लोकसभा चुनाव में एक भी उम्मीदवार न उतारने वाले राज ठाकरे इतनी रैलियां क्यों कर रहे हैं?
दुष्यंत कुमार लोकसभा चुनाव 2019 में एक भी प्रत्याशी नहीं उतारने वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ख़िलाफ़ अपनी रैलियों को लेकर चर्चा में हैं. इनमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ख़ास तौर पर निशाना साधते हैं. राज ठाकरे भाजपा के सबसे ...
Read More »गुजरात विधानसभा चुनाव के तीन बड़े नायक लोकसभा चुनाव में लगभग बेअसर कैसे हो गए?
पुलकित भारद्वाज लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत गुजरात में मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. प्रदेश में इस बार 63.73 फीसदी मतदान हुआ है जो 2014 के 63.66 प्रतिशत के मुकाबले .07 प्रतिशत ज्यादा है. कुछ गिने-चुने राजनीतिक विश्लेषक इस बढ़त को ‘अंडरकरंट’ यानी सरकार के प्रति नाराज़गी ...
Read More »क्यों महबूबा मुफ्ती के हाथ से इस बार बाजी ही नहीं उनका पूरा सियासी करियर फिसलता दिख रहा है
सुहैल ए शाह जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती बीते गुरुवार को-दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में थीं. इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वे रो पड़ीं. रोते हुए महबूबा अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुफ़्ती ...
Read More »एक समय CJI पर खुद ही सवाल उठा चुके हैं जस्टिस रंजन गोगोई; जानें क्या था पूरा मामला
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार 12 जनवरी 2018 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह पहला मौका था जब सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने देश के सामने आकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही कथित अनियमितताओं को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। उस वक्त सुप्रीम ...
Read More »कमजोर प्रत्याशी उतार कांग्रेस और सपा ने आसान कर दी राजनाथ की राह
राजेश श्रीवास्तव लखनऊ । मंगलवार को भाजपा की ओर से लखनऊ से नामांकन करने जा रहे राजनाथ सिंह के नामांकन जुलूस में उमड़ा जनसैलाब यह नारा गढ़ रहा था कि कहां फंसे हो चक्कर में, कोई नहीं है टक्कर में। उनके इस नारे पर शाम होते-होते समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ...
Read More »उतावलेपन की राजनीति में राहुल ने लांघी हर सीमा………..
राजनीति में सफल होने के लिए जोश के साथ होश की कितनी जरूरत होती है, यह बात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अब समझ में आ जानी चाहिए। खुद को सही साबित करने के चक्कर में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं बख्शा और यह गलतबयानी कर दी कि कोर्ट ...
Read More »इनके नाम से ही कांपते थे नेता और पार्टियां, जिन्होंने किए चुनाव से जुड़े कई सुधार
नई दिल्ली। देश के निर्वाचन आयोग का गठन 25 जनवरी को 1950 को किया गया था। यानी भारत के गणतंत्र बनने से ठीक एक दिन पहले। पहले आम चुनाव के लिए घर-घर जाकर वोटरों का रजिस्ट्रेशन अपने आप में एक इतिहास बनाने जैसा था। हर पार्टी के लिए अलग-मतपेटी थी, ...
Read More »पुरुषों के बराबर वोट देने वाली भारतीय महिलाओं की राजनीतिक हैसियत न के बराबर क्यों है?
प्रदीपिका सारस्वत घर हो या कार्यक्षेत्र, भारत में लैंगिक असमानता की जड़ें बहुत गहरी हैं. पर चुनाव एक ऐसा क्षेत्र है जहां महिलाओं ने अपनी मौजूदगी का न सिर्फ़ अहसास कराया है बल्कि बदलाव लाने में एक बड़ी भूमिका भी निभाई है. भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी पर लिखे ...
Read More »क्या लालकृष्ण आडवाणी के प्रधानमंत्री बनने की अब भी कोई संभावना बची है?
हिमांशु शेखर भारतीय जनता पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस बार टिकट नहीं मिला. लंबे समय से उनकी सीट रहे गांधीनगर से अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उम्मीदवार हैं. कहा जा रहा है कि लालकृष्ण आडवाणी की सियासी पारी पर अब विराम लग गया है. जिस दिन ...
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