Friday , May 17 2024

सावधान! बड़े साइबर हमले की तैयारी में चीन, 20 लाख भारतीयों के ईमेल अकाउंट निशाने पर

नई दिल्ली। गलवान घाटी में घुसपैठ की कोशिश नाकाम होने और भारत की डिजिटल एयर स्ट्राइक में 59 ऐप को बैन करने की खबर ने चीन की साइबर आर्मी को परेशान कर दिया है. चीन अब भारत पर एक बड़े साइबर अटैक करने की योजना बना रहा है. महाराष्ट्र साइबर यूनिट समेत खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के बाद तमाम एजेंसियो को आगाह किया है कि चीन एक और नापाक हरकत करने की तैयारी में है.

साइबर खुफिया फर्म से मिली जानकारी के अनुसार, चीन आने वाले कुछ दिनों में भारत पर साइबर अटैक कर सकता है. इस साइबर अटैक में कई सरकारी एजेंसियां, मीडिया घराने, फार्मा कंपनीज, टेलीकॉम आपरेटर्स और एक बड़ी टायर कंपनी को चीनी हैकर्स निशाना बना सकते हैं.

साइबर एजेंसियों के मुताबिक, कुछ दिन पहले डार्क वेब पर चीनी भाषा मे कुछ बात करते हुए पाया गया था. बातचीत से साफ था कि वो भारत को सबक सिखाने की बात कर रहे थे. भरतीय मीडिया जिस तरह से गलवान घाटी में हुई झड़प में चीन की हार बता रहा था। उसके मध्यनज़र सबसे ज्यादा खतरा मीडिया घरानों को हो सकता है.

जानकारों के मुताबिक इन हैकिंग ग्रुप्स में गोथिक पांडा और स्टोन पांडा शामिल है, जिनका सीधा संबंध चीनी सेना से है. ये चीनी सेना के लिए काम करते हैं और अमेरिका तथा हांगकांग इनके निशाने पर रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस साइबर अटैक में एक ईमेल ncov2019.gov.in से हमला हो सकता है. इस ईमेल का विषय Free Covid 19 Test हो सकता है. इसलिए ईमेल यूजर्स को आगाह किया गया है कि इस ईमेल से आए मेल या अटैचमेंट नहीं खोलें. इसके अलावा भी अनजान लोगों के ईमेल को नहीं खोलें. चीनी हैकर्स के निशाने पर 20 लाख भारतीयों के ईमेल अकाउंट हैं. पिछले दिनों इसी तरह का साइबर अटैक ऑस्ट्रेलिया पर हो चुका है.

40 हजार से ज्यादा बार चीन के चेंगदू से भारतीय स्पेस वर्ल्ड में हैकिंग की कोशिश

चीन की खुद की एक विशाल साइबर आर्मी है, जिसमें 3 लाख से ज्यादा लोग शामिल हैं. ये हैकर्स चीन के चेंगदू इलाके में जमा हैं. इस बदलते वक्त में जब दो देशों की सेनाएं आमने सामने आकर नहीं लड़ती हैं तो ऐसे में दोनों देशों की साइबर सेनाएं एक दूसरे पर अटैक करती हैं और चीन इस मामले में सबसे आगे है.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch