नई दिल्ली। चीन संग जारी तनातनी (India China Dispute) के बीच भारतीय वायुसेना ने एलएसी पर अपनी ताकत दिखाई. यहां भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों सुखोई-30, एमकेआई और मिग-29 ने उड़ान भरी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के दौरे से ठीक दूसरे दिन वायुसेना का यह अभ्यास चीन की नींद उड़ाने वाला है.
इस दौरान वायुसेना के कमांडर्स जोश में नजर आए और उन्होंने कहा कि वह किसी भी चुनौती के तैयार हैं. IAF के एक विंग कमांडर ने कहा. ‘चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हमारे पास संसाधन हैं. चाहे बात मैन पावर की हो या फिर उपकरणों की. वायुसेना सभी तरह की चुनौतियों और सैन्य ऑपरेशन को मदद के लिए पूरी तरह के तैयार है.’
#WATCH An IAF wing commander at a forward airbase near Indo-China border says, “We have all resources in terms of men & equipment to meet all the challenges. IAF is ready in all aspects to undertake all operational tasks & for providing requisite support for military operations.” pic.twitter.com/r7N6N9UNHI
— ANI (@ANI) July 4, 2020
#WATCH Indian Air Force (IAF) Apache attack helicopter at a forward airbase near India-China border carrying out air operations. pic.twitter.com/2oAmoLBnfz
— ANI (@ANI) July 4, 2020
वहीं भारतीय वायुसेना में एक स्क्वाड्रन लीडर ने कहा, ‘वायुसेना में हर योद्धा पूरी तरह से तैयार है और सभी तरह की चुनौतियों से निपटने में सक्षम है. हमारा जोश हमेशा से ऊंचा रहा है और गौरव के साथ आकाश को छू रहा है.’
#WATCH A squadron leader of Indian Air Force at a forward airbase near Indo-China border says, “Every air warrior at this base and across IAF is fully trained and capable to meet all the challenges. Our josh has always been high and touching the sky with glory.” pic.twitter.com/LsyMlq9iSf
— ANI (@ANI) July 4, 2020
आपको बता दें कि भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में तनातनी जारी है. 15 जून को गलवान घाटी में भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. वहीं चीन को भी भारी नुकसान का सामना करना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा पर सैनिकों का हौसला बढ़ाने और जमीनी हालात को जानने के लिए शुक्रवार को लेह दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने घायल जवानों से अस्पताल में मुलाकात भी की थी.