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खौफनाक हवाई हादसों पर एक नजर, जो दुनिया के कई देशों में बरपा चुका है कहर

नई दिल्ली।  केरल में कोझिकोड एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का विमान रनवे पर फिसल गया। जिसके कारण एक बड़ी दुर्घटना देखने को मिली है। रनवे पर विमान के फिसलने के बाद विमान क्रैश हो गया और दो हिस्सों में टूट गया। विमान दुबई से आ रहा था, जिसमें 190 से ज्यादा लोग सवार थे। इस हादसे में कई लोग घायल हो गए हैं। वहीं  पाटलट सहित 14 लोगों की मौत हो गई है। वहीं इस दर्दनाक हादसे से पहले भी दुनिया के कई देशों में हवाई हादसों का कहर बरप चुका है। एक नजर डालते हैं कुछ खौफनाक हवाई हादसों पर।

2018: नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 12 मार्च 2018 को बांग्लादेश का प्लेन लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया था। इसमें 49 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हुए थे।

2018: ईरान के जाग्रोस पर्वत पर हुए यात्री विमान के हादसे में सभी 66 लोगों की मौत हो गई थी। उड़ान भरने के घंटे भर बाद ही ईरान की राजधानी तेहरान से यासुद जाने वाला ये विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

2018: तुर्की एयरपोर्ट के रनवे से पेगासस एयरलाइंस बोइंग 737-800 विमान उतरकर समुद्र किनारे पर लटक गया था। विमान में 168 यात्री सवार थे जिन्हें सुरक्षित बचा लिया गया।

2016: ब्राजील के एक फुटबाल क्लब की टीम को लेकर जा रहा एक विशेष विमान कोलंबिया के पहाड़ों पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 75 लोगों की मौत हो गई थी।

2014: कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा मलेशियाई विमान एमएच 370 लापता। विमान में 239 लोग सवार थे। अब तक पता नहीं चला।

2012: नाइजीरिया के शहर लागोस में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है जिसमें 150 यात्रियों की मौत हो गई है।भारतीय स्वामित्व वाली कंपनी दाना एयर का ये विमान राजधानी अबुजा से लागोस जा रहा था जब वो एक बहुमंजिली इमारत से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

2010 : साल 2010 में भी मैंगलुरु एयरपोर्ट पर इसी तरह के एक हादसे में 158 लोगों की मौत हो गई थी। उस घटना के बाद भी एक्सपर्ट्स ने सलाह दी थी कि कारीपुर और लेंगपुई (मिजोरम) एयरपोर्ट के जैसे टेबलटॉप रनवे पर प्लेन की लैंडिंग के लिए खास प्रशिक्षण की जरूरत है।

2001: न्यूयॉर्क में अमेरिकी एयरलाइंस के विमान एयरबस ए 300 दुर्घटनाग्रस्त, 251 यात्रियों की मौत हुई।

1996: भारत में सउदी अरब एयरलाइंस द्वारा संचालित विमान और एयर कजाखिस्तान के विमान की हवा में टक्कर हुई थी, इस हादसे में 349 लोगों ने जान गंवाई।

1994: जापान के नगोया एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान चाइना एयरलाइंस का विमान एयरबस ए 300 का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें 264 लोगों की मौत हुई।

1991: नाइजीरिया के तीर्थयात्रियों को मक्का ले जा रहा विमान साउदी अरब से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. इस हादसे में 261 यात्रियों की मौत हुई थी।

1985: तकनीकी गड़बड़ियों के कारण जापान एयरलाइंस बोइंग 747 विमान जापान में माउंट ओसुताका में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 520 लोगों की मौत हुई थी।

1980: सउदी अरब में रन-वे पर ही विमान दुर्घटनाग्रस्त, 301 लोगों की जानें गईं।

1979: शिकागो से उड़ान भरने के तुरंत बाद अमेरिकी एयरलाइंस दुर्घटनाग्रस्त , 273 लोग मारे गए।

1979: एयर न्यूजीलैंड का विमान अंटार्कटिका में पर्वत से टकराया, 257 लोगों की मौत हुई।

1977: स्पेन के टेनेरिफ में रन-वे पर दो बोइंग 747 विमानों की टक्कर हुई। इस हादसे में 583 लोगों की मौत हुई थी।

1974: फ्रांस में तुर्की की एयरलाइंस का विमान डगलस डी दुर्घटनाग्रस्त हुआ। 346 लोगों की जान गई।

1962: एयर फ्रांस का बोइंग 707 विमान पेरिस के ओर्ली एयरपोर्ट पर उड़ान भरने के समय दुर्घटनाग्रस्त। जिसमें 130 लोगों की जान गई।

1953: पहली बार पाकिस्तान में विमान हादसा हुआ था। कराची से कैनेडियन पैसिफिक डीएच-106 कॉमेट विमान उड़ने के कुछ सेकंड्स बाद ही क्रैश हो गया था। इसमें सवार 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

1952: अमेरिकी वायुसेना का विमान डगलस सी-124 अलास्का की पहाड़ियों के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सभी 52 यात्रियों की मौत हो गई थी।

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