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आतंकी मुस्तकीम सिद्धार्थनगर में युवकों को दे रहा था ट्रेनिंग, आईबी ने शुरू की बारूदी कनेक्शन की खोज

लखनऊ। संदिग्ध आतंकी मुस्तकीम सिद्धार्थनगर के ढेबरुआ में अक्सर तकरीर सुनने जाता था। वहां के दर्जनभर युवकों से उसके सम्बन्ध हैं। एक युवक ऐसा है जिससे मुस्तकीम की बराबर बातचीत होने की बात कही जा रही है। वह आतंकी बनने के लिए ढेबरुआ के युवकों को तैयार कर रहा था। दिल्ली स्थित पुलिस सेल की नजर अब सिद्धार्थनगर पर टिकी है। इधर बढ़या भैसाही गांव में सन्नाटा पसरा है।

बढ़या भैसाही निवासी संदिग्ध आतंकी मो. मुस्तकीम उर्फ अबू युसुफ उर्फ बाबा का इलाके से कोई लेना-देना नहीं था। वह गांव में किसी से बोलचाल नहीं रखता था। क्षेत्र में भी उसका कहीं उठना बैठना नहीं था। वह अपने काम से काम रखता। बताते हैं कि वह महीने में दो बार घर से दो किलोमीटर दूर स्थित तैय्यबपुर गांव ससुराल जाता था। इसके अलावा वह महीने में चार बार सिद्धार्थनगर जिला स्थित ढेबरुआ थाना के नेपाल सीमा से सटे कृष्णानगर में बहन के घर जाता था। वहां मुस्तकीम तकरीर में बैठकर युवाओं को गुमराह करता था। वहां के करीब दर्जनभर युवक उससे जुड़े हैं।

बताया जाता है कि मुस्तकीम तकरीर के बाद वह युवकों को आतंकी संगठन से जुड़ने की प्रेरणा देता था। उसमें से एक युवक मुस्तकीम से जुड़ गया था। आईबी ने जिन सात लोगों से मुस्तकीम का सम्बन्ध बताया है उसमें एक नाम ढेबरुआ के युवक का है। मुस्तकीम उससे रोज बात करता था। ढेबरुआ निवासी युवक आईबी के निशाने पर है। मुस्तकीम का गांव व उसके ससुराल के बीच दो किलोमीटर की दूरी है।

बताते हैं कि मुस्तकीम अक्सर अपनी ससुराल जाता था। ससुराल में उसके कई लोगों से संपर्क थे। आईबी इस बार तैय्यबपुर का भी दौरा कर सकती है। वहां भी कई लोगों से पूछताछ की संभावना है। मुस्तकीम के पकड़े जाने के बाद उसकी बीबी मायके चली गई है। एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि हर बिंदु पर आईबी की नजर है। लोकल पुलिस भी जांच कर रही है।

स्थानीय खुफिया तंत्रों ने शुरू की जांच
गुरुवार को स्थानीय खुफिया तंत्र के लोग हासिमपारा, चिरकुटिया व बढ़या भैसाही गांव में गए थे। वहां कई लोगों से पूछताछ की। बताया जाता है कि खुफिया तंत्रों के हाथ कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं लगे। सभी ने मुस्तकीम के बारे में विशेष जानकारी होने से इन्कार किया। बताया जाता है कि रिमांड पूरा होने के पहले आईबी गांवों में पूछताछ के लिए आएगी। स्थानीय खुफिया तंत्रों को मुस्तकीम के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अधिकारी सिर्फ इसलिए दौड़-भाग में लगे हैं जितने में वे मुस्तकीम के बारे में प्रशासनिक जानकारी देकर अपनी इज्जत बचा सकें। वहीं संदिग्ध आतंकी के निवास स्थल बढ़या भैसाही गांव में सन्नाटा पसरा है।

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