Saturday , November 23 2024

विराट कोहली – 21 महीने और 49 पारी से नहीं लगा सके शतक, औसत 57 से घटकर 41 पर पहुंचा

कप्तान विराट कोहली टीम इंडिया की बल्लेबाजी के सबसे बड़े स्तंभ माने जाते हैं, लेकिन पिछले 21 महीने से उनका बल्ला खामोश है, इस दौरान वो तीनों प्रारुपों यानी वनडे, टेस्ट और टी-20 की 49 पारी में एक भी शतक नहीं लगा सके हैं, इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भी वो बड़ी पारी नहीं खेल सके, इस वजह से टीम इंडिया संकट में है, टीम ने दूसरी पारी में 181 रन पर 6 विकेट गंवा दिये हैं, बढत 154 रनों की हुई है, और 4 विकेट बचे हैं।

खामोश विराट का बल्ला
विराट कोहली ने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 42 तथा दूसरी पारी में 20 रन बनाये, विराट ने अंतिम इंटरनेशनल शतक 23 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में लगाया था, इसके बाद अगस्त 2021 यानी 21 महीने से वो एक भी शतक नहीं लगा सके हैं, इस दौरान पाक के कप्तान बाबर आजम ने 7 शतक जड़ दिये, यानी विराट कोहली शतक के मामले में बाबर से काफी पीछे हैं।

टेस्ट की 17 पारी में सिर्फ 3 अर्धशतक
विराट कोहली की अंतिम 49 पारियों की बात करें, तो वो इस दौरान 10 टेस्ट की 17 पारियों में सिर्फ 3 अर्धशतक लगा सके हैं, 74 उनका सबसे बड़ा स्कोर रहा, 24 की औसत से 407 रन बनाये हैं, वनडे की 15 पारियों में विराट ने 8 अर्धशतक लगाये, 89 रन सबसे बड़ा स्कोर रहा, 43 की औसत से 649 रन बनाये हैं, वहीं टी-20 की बात करें, तो उन्होने 17 पारियों में 6 अर्धशतक जड़े, नाबाद 94 रन उनका सर्वाधिक स्कोर रहा, 64 की औसक से 709 रन बनाये, तीनों प्रारुपों को देखें, तो विराट कोहली ने 49 पारियों में 41 के औसत से 1765 रन बनाये हैं, और 17 अर्धशतक लगाया है। अगर विराट के अंतरराष्ट्रीय करियर के देखें, तो उन्होने 438 पारियों में 57 की औसत से 21172 रन बनाये थे, 70 शतक लगाया था, लेकिन अब उनका औसत 57 से घटकर 41 पर आ गया है।

0 में से 5 टेस्ट हारे, सिर्फ 3 जीत
कप्तान विराट के रन नहीं बनाने का असर टीम के प्रदर्शन पर भी पड़ा है, विराट कोहली ने इस दौरान 10 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की, जिसमें 5 में हार मिली है, जबकि सिर्फ 3 में जीत मिली, यानी टीम ने 50 फीसदी मुकाबले गंवाये, इस दौरान 19 पारियों में से 6 में टीम 200 रन का आंकड़ा भी नहीं छू सकी, कोहली टेस्ट में मिडिल ऑर्डर में टीम को संभालते हैं, लेकिन उनके आउट होने से टीम के रन भी नहीं बन रहे।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch