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काबुल एयरपोर्ट के बाहर लगातार 2 धमाके, 4 अमेरिकी सैनिकों समेत 13 लोगों की मौत; सभी उड़ानें रद्द

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर लगातार दो धमाकों की सूचना है। दो अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि, गुरुवार को हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जोरदार विस्फोट हुआ है। इसके कुछ देर बाद ही दूसरा विस्फोट हुआ। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दोनों धमाकों की पुष्टि की है। फॉक्स न्यूज के मुताबिक, ये हमला आतंकी संगठन ISIS ने किया है।

रूसी मीडिया स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 13 लोगों के मारे जाने की खबर है। फॉक्स न्यूज ने बताया कि विस्फोट में 4 अमेरिकी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर है। एयरपोर्ट के पास बैरन होटल के पास धमाका हुआ है। सुरक्षा के लिए काबुल एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सभी विमानों को नाटो की सेना ने अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।

CNN के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को हमले की जानकारी दे दी गई है। अब तक तीन अमेरिकी सैनिकों के जख्मी होने की खबर है। एयरपोर्ट पर लगातार फायरिंग की भी सूचना मिल रही है। एक अधिकारी ने कहा कि इस घटना में कई अफगानी मारे गए हैं। कई घायल भी हैं। पेंटागन ने भी फिदायीन हमले की पुष्टि की है।

इससे पहले तालिबान ने अमेरिका को चेताया था कि 31 अगस्त तक वह किसी भी हाल में वह देश छोड़ दे। अमेरिका ने भी तय समय सीमा में देश से सेना हटाने की बात कही थी। हालांकि आज ही व्हाइट हाउस ने 31 के बाद भी जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने का ऐलान किया था।

विस्फोट के बाद घायलों को ट्रॉली से अस्पताल पहुंचाया गया।
विस्फोट के बाद घायलों को ट्रॉली से अस्पताल पहुंचाया गया।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने आज ही आतंकी हमले की आशंका जताई थी
काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। इस बीच अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने आज ही काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा बताते हुए अपने नागरिकों से कहा है कि फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जाएं और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं वहां से तुरंत हट जाएं।

काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जो अमेरिकी काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर मौजूद हैं, वे फौरन वहां से हट जाएं और अगले निर्देश का इंतजार करें। वहीं ब्रिटेन ने आशंका जताई है कि ISIS काबुल एयरपोर्ट पर हमला कर सकता है।

घायलों को ट्रॉली में भरकर भागते लोग।
घायलों को ट्रॉली में भरकर भागते लोग।

तालिबान ने पाकिस्तान को बताया दूसरा घर, कश्मीर पर भारत को दी नसीहत
तालिबान ने पाकिस्तान से अपनी नजदीकियों की बात कबूल की है। तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तानी चैनल ARY न्यूज से बातचीत में कहा है कि पाकिस्तान उनके संगठन (तालिबान) के लिए दूसरे घर जैसा है। जबीउल्लाह ने ये भी कहा है कि अफगानिस्तान की सीमा पाकिस्तान से लगती है और धार्मिक आधार पर भी दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से घुले-मिले हुए हैं। इसलिए हम पाकिस्तान से रिश्ते और मजबूत करना चाहते हैं।

जबीउल्लाह ने भारत के साथ भी अच्छे रिश्ते की बता कही है। उसने कहा कि हमारी बस ये इच्छा है कि भारत अफगानियों के हितों के हिसाब से ही अपनी नीतियां तय करे। तालिबान प्रवक्ता ने कश्मीर को लेकर भारत को सकारात्मक रुख अपनाने की नसीहत दी। उसने कहा कि दोनों देशों के हित एक-दूसरे से जुडे हुए हैं, इसलिए हर विवादित मसलों को उन्हें मिल बैठकर सुलझाना चाहिए।

फ्रांस कल से काबुल से एयरलिफ्ट बंद करेगा
अमेरिका, ब्रिटेन और भारत समेत कई देश काबुल से लोगों को निकालने में जुटे हैं। इस बीच फ्रांस ने फैसला लिया है कि वह 31 अगस्त की डेडलाइन से चार दिन पहले ही यानी शुक्रवार से अपनी उड़ानें बंद कर देगा। रूसी न्यूज एजेंसी स्पूतनिक के मुताबिक फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने कहा है कि शुक्रवार रात के बाद काबुल एयरपोर्ट से इवैक्युएशन फ्लाइट ऑपरेट नहीं कर पाएंगे।

दूसरी तरफ अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि अमेरिकी सेना का मिशन पूरा करने की 31 अगस्त की डेडलाइन के बाद भी काबुल एयरपोर्ट को खुला रखा जा सकता है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है काबुल एयरपोर्ट से ऑपरेशन जारी रखने को लेकर कोशिशें जारी हैं और देखना है कि दूसरे देश इसमें भूमिका निभा पाते हैं या नहीं।

पंजशीर में तालिबान की नॉर्दन अलायंस से बातचीत, सीजफायर पर राजी
अफगानिस्तान के पंजशीर को छोड़ सभी इलाके तालिबान के कब्जे में हैं। पंजशीर में अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह की अगुवाई में नॉर्दन अलायंस के लड़ाके तालिबान से जंग लड़ रहे हैं। इस बीच खबर है कि तालिबान और पंजशीर के प्रतिनिधियों के बीच परवान प्रांत की राजधानी चारीकार में बातचीत हुई है। इस दौरान दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला नहीं करने पर सहमत हुए हैं।

तालिबान ने TOLO न्यूज के पत्रकार से मारपीट की

तालिबान ने काबुल में TOLO न्यूज के पत्रकार जियार खान का कैमरा तोड़ दिया और उनसे मारपीट की है। इस बीच खबर आई कि तालिबान की पिटाई से जियान खान की मौत हो गई, लेकिन जियार खान ने खुद इसका खंडन किया है। उन्होंने कहा है, ‘तालिबान ने मेरे साथ मारपीट की है, लेकिन कुछ लोगों ने मेरी मौत की अफवाह उड़ा दी।’ बता दें जियार खान अफगानिस्तान में गरीबी पर कवरेज कर रहे हैं।

काबुल से निकाले गए 35 लोग भारत पहुंचे
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने ऑपरेशन देवी शक्ति चला रखा है। इसके तहत 24 भारतीयों और 11 नेपालियों को काबुल से लेकर एयरफोर्स का विमान गुरुवार को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि 80 अफगानी सिख जो कि भारत आना चाहते थे, उन्हें तालिबान ने रोक दिया और पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को भी भारत नहीं लाने दिया। बताया जा रहा है कि एयरफोर्स के विमान ने अफगानी लोगों का काफी देर तक इंतजार भी किया, लेकिन उन्हें ला नहीं सका।

तालिबान ने आतंकी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर को अंतरिम रक्षा मंत्री बनाया
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान अब अपनी सरकार बनाने की कवायद में जुटा है। इस बीच उनसे अंतरिम रक्षा मंत्री और गृह मंत्री बना दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने खतरनाक आतंकी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर को अंतरिम रक्षा मंत्री बनाया है। अमेरिका की अगुआई वाली NATO सेना ने 2001 में जाकिर को गिरफ्तार किया था और 2007 तक ग्वांतनामो की जेल में रखा था। ग्वांतेनामो-बे जेल क्यूबा में स्थित हाई सिक्योरिटी जेल है। यहां खूंखार और हाई प्रोफाइल आतंकियों को रखा जाता है।

मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर तालिबान का कमांडर रह चुका है और तालिबान के फाउंडर मुल्ला उमर का करीबी भी है।
मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर तालिबान का कमांडर रह चुका है और तालिबान के फाउंडर मुल्ला उमर का करीबी भी है।

काबुल से निकाले गए 100 लोगों के ISIS से संबंध हो सकते हैं
अमेरिका और भारत समेत दुनिया के कई देश अपने-अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकाल रहे हैं। इस बीच अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि काबुल से एयरलिफ्ट किए गए 100 अफगानियों के संबंध ISIS जैसे आतंकी संगठनों से हो सकते हैं और ये लोग इंटेलिजेंस एजेंसी की निगरानी लिस्ट में शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के ऑटोमेटेड बायोमीट्रिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम से इन लोगों की पहचान हुई है।

तालिबान का विरोध बढ़ने का दावा
पंजशीर का शेर कहे जाने वाले अहमद शाह मसूद के भाई अहमद वली मसूद ने कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान का विरोध तेजी से बढ़ रहा है और तालिबानी इसे रोक नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर तालिबान हमला करना चाहता है तो लोगों के पास विरोध करने का हक है। पूरे अफगानिस्तान में तालिबान का विरोध काफी फैल चुका है। अहमद वाली मसूद ने पेरिस में न्यूज एजेंसी AFP से बातचीत में यह दावा किया है। बता दें अहमद वाली मसूद के भतीजे अहमद मसूद पंजशीर घाटी में अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के साथ मिलकर तालिबान के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं।

लोगों को डराने के लिए तालिबान बच्चों-बुजुर्गों की हत्या कर रहा
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबानी क्रूरता की तस्वीर हर रोज सामने आ रही है। अफगानिस्तान के पूर्व गृह मंत्री मसूद अंदाराबी ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की हैं। उन्होंने दावा किया है कि लोगों को डराने के लिए तालिबान घर के सदस्यों के सामने ही बच्चों की हत्या कर रहे हैं और घरों में सोते हुए बुजुर्गों को गोलियों से भून रहे हैं।

तालिबान का दावा-नॉर्दर्न अलायंस के कमांडर ने 300 लड़ाकों के साथ सरेंडर किया
तालिबान ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि पंजशीर में विद्रोही गुट नॉर्दर्न अलायंस के एक शीर्ष कमांडर अब्दुल हमीद खुरासानी ने अपने 300 लड़ाकों के साथ समर्पण कर दिया है। खुरासानी तालिबान का कट्टर दुश्मन था और पंजशीर का चर्चित कमांडर है। इसने कुछ दिन पहले तालिबान के प्रति वफादारी दिखाई थी। खुरासानी ने कहा है कि पंजशीर के दूसरे कमांडर और लड़ाके भी खून खराबा रोकें और तालिबान के समर्थन में आएं।

पंजशीर के नॉर्दर्न अलायंस के शीर्ष कमांडर अब्दुल हमीद खुरासानी (दाएं से दूसरे) ने अपने 300 लड़ाकों के साथ समर्पण किया है। ये तालिबान का दावा है।
पंजशीर के नॉर्दर्न अलायंस के शीर्ष कमांडर अब्दुल हमीद खुरासानी (दाएं से दूसरे) ने अपने 300 लड़ाकों के साथ समर्पण किया है। ये तालिबान का दावा है।

दुनिया के सामने झुका तालिबान- 31 अगस्त के बाद भी लोगों को देश छोड़ने की इजाजत दी
अफगानिस्तान छोड़कर जाने वाले लोग 31 अगस्त के बाद भी वहां से निकल सकेंगे। तालिबान ने इसकी इजाजत दे दी है। न्यूज एजेंसी AFP ने जर्मन एंबेसी के हवाले से इसकी जानकारी दी है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कई बार बोल चुके हैं कि 31 अगस्त के बाद उनकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी। हालांकि सोमवार को G7 देशों ने अमेरिकी राष्ट्रपति से 31 अगस्त की डेडलाइन को आगे बढ़ाने की मांग की थी। फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिका समेत नाटो देश की सेनाओं का नियंत्रण है। यहां से अलग-अलग देशों के नागरिकों को निकाला जा रहा है।

पंजशीर में घुसे तालिबान के लड़ाके

ये फोटो पंजशीर में मौजूद तालिबान के लड़ाकों की है। तालिबान का कहना है कि वो अभी पंजशीर पर हमला नहीं कर रहा है, क्योंकि वह गांवों को बर्बाद करना नहीं चाहता। एक तालिबानी लड़ाके ने भास्कर से बातचीत में कहा कि पंजशीर को लेकर बातचीत चल रही है।
ये फोटो पंजशीर में मौजूद तालिबान के लड़ाकों की है। तालिबान का कहना है कि वो अभी पंजशीर पर हमला नहीं कर रहा है, क्योंकि वह गांवों को बर्बाद करना नहीं चाहता। एक तालिबानी लड़ाके ने भास्कर से बातचीत में कहा कि पंजशीर को लेकर बातचीत चल रही है।

तालिबानी कब्जे के बाद 87 हजार से ज्यादा लोगों को काबुल से निकाला गया
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से अभी तक 87 हजार 900 लोगों को वहां से निकाला जा चुका है। अमेरिका ने बताया कि मंगलवार से अब तक 42 अमेरिकी सैन्य विमानों से 19 हजार लोगों को निकाला गया है। इनमें 11,200 अमेरिकी और 48 सहयोगी देशों के 7,800 नागरिक शामिल हैं।

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