लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को अयोध्या का दौरा किया और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य की उपस्थिति में एक रामायण संगोष्ठी का आरंभ किया। इस शहर के संदर्भ में भगवान राम की महत्ता पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘राम के बिना अयोध्या, अयोध्या नहीं है। जहां राम है वहीं अयोध्या है। भगवान राम इस शहर में स्थायी रूप से रहते हैं और अत: सच्चे मायनों में यह स्थान अयोध्या है।’’ इस मौके पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा तथा केंद्रीय रेलवे और कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश भी मौजूद रहीं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “आप सब के बीच अयोध्या में इस रामकथा पार्क में आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। हम सब रामकथा के महत्व के बारे में जानते हैं। यह कहा जा सकता है कि भारतीय जीवन मूल्यों के आर्दश और उपदेश रामायण में समाहित है।”
उन्होंने कहा कि राम के बिना अयोध्या, अयोध्या है ही नहीं। अयोध्या तो वहीं है जहां राम है। इस नगरी में प्रभु राम हमेशा के लिए विराजमान है इसलिए यह स्थान सही अर्थों में अयोध्या है। अयोध्या का शाब्दिक अर्थ है कि जिसके साथ युद्ध करना असंभव हो।
राष्ट्रपति ने सीएम योगी और उनकी टीम की तारीफ करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने रामायण कॉन्क्लेव का आयोजन कर कला एवं संस्कृति के माध्यम से रामायण को जन-जन तक पहुंचाने का जो अभियान आज शुरू किया है उसके लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम की सरहाना करता हूं।”