Thursday , March 28 2024

जिस मैराथन में मची भगदड़ उसकी विजेता को कॉन्ग्रेस ने दी टूटी-फूटी स्कूटी: जीतने वाली लड़की ने बताया, कॉन्ग्रेसियों पर FIR

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में ‘बहनों (लड़कियों/महिलाओं)’ के बल पर मैदान में उतरी कॉन्ग्रेस पार्टी अभी से उनसे धोखा करने में लगी हैं। दरअसल, कल (जनवरी 4, 2022) बरेली में कॉन्ग्रेस ने लड़कियों की एक मैराथन करवाई थी और जीतने वाली लड़की को एक स्कूटी दी थी। अब उसी लड़की ने उस स्कूटी की एक झलक वीडियो में शेयर की है। वीडियो में देख सकते हैं कि स्कूटी के अंजर पंजर सब अलग हैं। कहीं पर वेल्डिंग करके उन्हें जोड़ा गया है और कहीं से तो नट ही गायब है। यहाँ तक सीट लॉकर भी स्कूटी से गायब है।

प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “कॉन्ग्रेस ने लड़कियों के लिए मैराथन का आयोजन किया। जीतने वाली लड़की को स्कूटी दी जो टूटी हुई थी और जिसका लॉक भी नहीं लगता था। भ्रष्टाचार और कॉन्ग्रेस… सत्ता के साथ भी और बाद भी।”

बता दें कि बरेली में ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ के बैनर तले कॉन्ग्रेस द्वारा आयोजित की गई मैराथन में कल कई छात्राएँ घायल हो गई थीं। वीडियो में देखने को मिला था कि भगदड़ मचते ही लड़कियाँ एक के ऊपर एक गिरना शुरू हुईं जिसके बाद उनमें से कई को चोट भी आई। इस घटना पर ही पूर्व महापौर सुप्रिया एरेन ने बेतुका बयान जारी किया था। उन्होंने घटना को वैष्णो देवी में हुई दुर्घटना से जोड़कर जस्टिफाई करने की कोशिश की थी।

हालाँकि बाल आयोग ने भी इस मामले में संज्ञान लेकर डीएम से कार्रवाई करने को कहा। आयोग ने  24 घंटे में एक्शन रिपोर्ट की माँग करते हुए 7 दिन के अंदर पूरे मामले की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस तरह आयोजित मैराथन पर डीएम को पत्र लिखा कि राजनीतिक कार्यक्रमों में बच्चों का इस्तेमाल करना निषेध है, इसलिए ये बाल संरक्षण नियमों के उल्लंघन में आता है। दूसरा ये कोविड गाइडलाइन का भी उल्लंघन है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिला कलेक्टर ने इस मामले पर संज्ञान लेने के साथ ही कॉन्ग्रेस नेताओं पर एफआईआर करने के आदेश दे दिए हैं।

वहीं कॉन्ग्रेस जिला अध्यक्ष मिर्जा अशफाक और अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध बरेली में ही एक एफआईआर हुई है। बरेली एसएसपी रोहित सिंह ने बताया, “जिला प्रशासन द्वारा जाँच के बाद मैराथन के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।” इस केस को आईपीसी की धारा 188, 269, 270 समेत विभिन्न धाराओं में दर्ज किया गया है। पुलिस अन्य लोगों की तलाश में है। सिटी मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट से अब तक यही बात सामने आई है कि इस मैराथन में 200 बच्चों को शामिल करवाने की अनुमति दी गई थी। लेकिन दौड़ में भाग लेने वाले बच्चे उससे कहीं ज्यादा थे।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch