Friday , November 22 2024

क्रिकेट का काला अध्याय… जब दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने चंद पैसों के लिए बेच दिया था देश

23 Nov 1998: South Africa captain Hansie Cronje shares a joke with team mate Jonty Rhodes before the First Test at the Wanderers in Johannesburg, South Africa. South Africa won by 4 wickets. Mandatory Credit: Craig Prentis /Allsport

भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच टी20 सीरीज की शुरुआत हो गई है। पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टीम ने जीत भी हासिल कर ली है। दिल्ली में खेले गए रोमांचक मुकाबले में भारतीय टीम को 7 विकेट से हार मिली। भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें जब भी मैदान पर होती हैं तो एक्शन भरपूर देखने को मिलता है। 1992 में जब दक्षिण अफ्रीका ने बैन के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की थी तो पहला मैच भारत के खिलाफ ही खेला था। हालांकि, दोनों देशों के बीच एक ऐसा मुकाबला भी हुआ था जो क्रिकेट के इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज हो गया था। आज हम आपको उसी के बारे में बताते हैं।

2000 की है घटना

साल 2000 में दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत दौरे पर थी। वनडे सीरीज का 5वां मुकाबला 19 मार्च को नागपुर में खेला गया था। 7 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए (Hansie Cronje) फिक्सिंग में शामिल थे। उस समय क्रोनिए दक्षिण अफ्रीका के साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट के सबसे सम्मानित खिलाड़ियों में गिने जाते थे। 11 अप्रैल को क्रोनिए ने फिक्सिंग की बात कबूल कर ली थी। क्रोनिए ने दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड के एमडी अलो बेचर को कॉल करके गुनाह कबुला था।

आजीवन बैन लगा
गुनाह कबूलने के बाद हैंसी क्रोनिए पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके दो साल बाद एक विमान हादसे में 34 साल की उम्र में क्रोनिए का निधन हो गया था। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 68 टेस्ट और 188 वनडे खेले। उन्होंने 53 मैचों में अपनी टीम की कप्तानी संभाली थी।

हर्शल गिब्स ने किए खुलासे
उस समय टीम के युवा बल्लेबाज हर्षल गिब्स में बाद में नागपुर वनडे को लेकर खुलासे किए। उन्होंने बताया कि क्रोनिए ने 20 रन से कम के स्कोर पर आउट होने पर उन्हें 15 हजार डॉलर देने की बात कही थी। उस मुकाबले में गिब्स ने 53 गेंदों पर 74 रनों की पारी खेली थी। इस मैच में टीम के गेंदबाज हेनरी विलियम्स को 50 से ज्यादा रन देने थे। लेकिन कंधे में चोट की वजह से वे 1.5 ओवर के बाद ही मैदान से बाहर चले गए।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch