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“मुझे मरा हुआ तक बता दिया…” रविंद्र जडेजा का आलोचकों पर फूटा गुस्सा, दिया मुंहतोड़ जवाब

भारत ने एशिया कप 2022 के अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से मात देकर टूर्नामेंट की धमाकेदार शुरुआत की है. टीम के स्टार और अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने भारत के लिए 35 रनों की अहम पारी खेली है और हार्दिक पंड्या के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी भी निभाई है. जिसके चलते टीम अपने “चिर प्रतिद्वंदी” को हराने में कामयाब रही है. ऐसे में अब जडेजा (Ravindra Jadeja) ने अपने खिलाफ उड़ने वाली अफवाहों को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है.

अफवाहों को लेकर दिया बड़ा बयान

अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा से जब पूछा गया कि वह किस तरह से अपने खिलाफ उड़ने वाली झूठी अफवाहों का सामना करते हैं. तो उन्होंने कहा,

“बीच में तो खबर आई थी कि मैं मर गया हूं! इससे बड़ी खबर तो हो ही नहीं सकती.”

यहां पर जडेजा मई में सौराष्ट्र के 61 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर रवींद्र जडेजा के निधन की बात कर रहे थे. उन्होंने (Ravindra Jadeja) आगे कहा,

“जैसा कि मैंने कहा कि मैं ज्यादा नहीं सोचता. मुझे बस मैदान पर उतरकर प्रदर्शन करना है. मैं कड़ी मेहनत करता हूं और अपनी कमजोरियों में सुधार करता हूं, जो वास्तविक मैच स्थितियों में मदद करता है. मैं बस इतना ही करता हूं, प्रतिदिन गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग.”

पाकिस्तान के खिलाफ नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने की बताई वजह

आपको बता दें कि हाल ही में एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मुकाबले में 33 वर्षीय रविंद्र जडेजा नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने आए थे. कप्तान रोहित शर्मा का यह फैसला भी काफी असरदार साबित हुआ. ऐसे में इसके पीछे की वजह बताते हुए जडेजा ने कहा,

“मैं शीर्ष सात में लेफ्ट हैंड का अकेला बल्लेबाज था. कभी-कभी जब बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए जोखिम लेना आसान होता है.”

“टी20 में आपके पास सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं होता”

स्टार खिलाड़ी (Ravindra Jadeja) ने आगे अपने बयान में इस बात का भी ज़िक्र किया कि वह स्थिति के अनुसार खेलना पसंद करते हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा टी20 में आपके पास सोचने का इतना वक्त नहीं होता. जडेजा ने अपने बयान में कहा,

“मैं जब भी क्रीज पर उतरता हूं तो बस स्थिति के अनुसार खेलता हूं. टी20 में आपके पास सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है. आपको बस मैदान पर उतरकर खुद को जाहिर करना होता है. मुझे बस बल्लेबाजी करते हुए रन बनाने होते हैं और जरूरत पड़ने पर विकेट दिलाने होते हैं.”

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