Friday , April 26 2024

बांग्लादेशी नागरिक रिजवान को लेकर कोलकाता पहुंची कानपुर पुलिस, पाकिस्तान से है कनेक्शन, सपा MLA पर भारतीय नागरिकता दिलाने में मदद का आरोप

कानपुर (Kanpur) में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद (Bangladeshi Citizen Rizwan Mohammad) को 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया गया है। रिजवान के कोलकाता (Kolkata) से संबंध सामने आए हैं। जांच में पता चला है कि वह लंबे समय तक कोलकाता में रहा है। पुलिस को दिए गए बयान में उसने यह भी कहा है कि वह मूल रूप से कोलकाता का ही रहने वाला है।

हावड़ा में रिजवान के रहते हैं रिश्तेदार

पता चला है कि बंटवारे के दौरान उसका परिवार बांग्लादेश जाकर बस गया था। वहीं, इंस्पेक्टर सूर्य बली पांडेय के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम रिजवान मोहम्मद को लेकर कोलकाता गई है। यह टीम शुक्रवार देर रात कोलकाता पहुंची थी। शनिवार को टीम रिजवान को लेकर हावड़ा गई है जहां उसके कई रिश्तेदार व अन्य परिचित रहते हैं।

कोलकाता में पुलिस रिजवान के बच्चों के स्कूल भी जा सकती है जहां के अंकपत्र व टीसी पुलिस को कानपुर स्थित उसके आवास से बरामद हुए थे। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया था कि जांच में सामने आया है कि रिजवान ने दो बार पाकिस्तान की भी यात्रा की है।

सपा विधायक पर भारतीय नागरिकता दिलाने में मदद का आरोप

इसके अलावा वह नेपाल, मलेशिया, मालदीव और थाईलैंड की भी यात्रा कर चुका है। उसने इन देशों में लंबा वक्त भी बिताया है। पूछताछ में रिजवान ने खुद को एमबीबीएस डाक्टर बताया था। वहीं बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को भारतीय बताने का प्रमाण देने के मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को भी आरोपित बना गया है।

बता दें कि मूलगंज पुलिस ने 11 दिसंबर को बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को उसकी पत्नी हिना, ससुर खालिद, बेटी रुकसार और एक नाबालिग बेटे के साथ गिरफ्तार किया था। वहीं, दो दिनों बाद पुलिस ने रिजवान के सबसे छोटे बेटे को भी गिरफ्तार कर पुलिस ने किशोर संरक्षण गृह भेजा था। पुलिस की जांच में सामने आया कि रिजवान चोरी छिपे वर्ष 2016 में कानपुर में रह रहा था।

रिजवान ने वर्ष 1998 में मूलगंज निवासी खालिद की बेटी हिना से दिल्ली में निकाह किया था और कोलकाता हुए चोरी छिपे सड़क मार्ग से पत्नी सहित बांग्लादेश चला गया। वहां तीन बच्चों के जन्म के बाद पूरा परिवार वर्ष 2016 में दोबारा बंगाल के रास्ते सीमा पार करके भारत पहुंचा और कानपुर आकर रहने लगा।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch