नई दिल्ली। बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार को यह साफ किया है कि उन्होंने या उनके द्वारा अधिकृत किये गये किसी भी शख्स ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर नहीं की है। हाल ही में बृजभूषण शरण सिंह को भारती कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटने के लिए कहा गया है। उनके खिलाफ खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न और आर्थिक गड़बड़ी किये जाने की जांच चल रही है। इस बीच सोमवार की सुबह यह खबर आई थी कि बृजभूषण सिंह अदालत की शरण में पहुंच गये हैं। यह बताया जा रहा था कि उन्होंने साक्षी मलिक, विनेश फोगाट सहित कई पहलवानों के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज करने की मांग को लेकर एक याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की है।
लेकिन अब बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि उनके द्वारा दिल्ली सरकार, प्रदर्शन करने वाले पहलवानों और किसी भी न्यूज चैनल के खिलाफ कोई याचिका दायर नहीं की गई है। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई गई थी। यह याचिका बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न समेत कई अन्य गंभीर आरोप लगा कर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के खिलाफ दायर की गई थी। वकील शारिकसंत प्रसाद ने याचिका दायर करने के बाद दावा किया था कि इस मामले में याचिकाकर्ता विक्की हैं। उनका पता 21 अशोक रोड है। यह पता सांसद बृज भूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास का है और विक्की यहां रसोइए के तौर पर काम करते हैं।
अपने बयान में बृज भूषण ने साफ किया है कि मैंने किसी विक्की नाम के शख्स के द्वारा कोई याचिका दायर नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट में विक्की के नाम के इस शख्स का पता मेरे दिल्ली के आवास का बताया जा रहा है। मैंने किसी वकील, लॉ एजेंसी या किसी भी प्रतिनिधि को अदालत में याचिका दायर करने के लिए अधिकृत नहीं किया है।
बता दें कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के लिए मेडल जीतने वाले मशहूर पहलवानों ने प्रदर्शन किया था। इन पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। केंद्र सरकार ने इस मामले में जांच की बात कही थी जिसके बाद उनका प्रदर्शन खत्म हुआ था।
कई पहलवानों पर FIR दर्ज करने की मांग
सोमवार की सुबह यह खबर आई कि अब प्रदर्शन करने वाले पहलवानों के खिलाफ एक याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि बृजभूषण शरण सिंह पर यौन प्रताड़ना समेत अन्य आरोप ब्लैकमेलिंग और पैसों की उगाही के लिए लगाया गया है। इस याचिका के जरिए विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सुमन मलिक, अंशु मलिक और बजरंग पुनिया जैसे पहलवानों का भी नाम है। कई पहलवानों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग इस याचिका के जरिए की गई थी।
अदालत में लगाई गई इस याचिका के जरिए देश के बड़े पहलवानों पर आरोप लगाया गया है कि इन्होंने कानूनी प्रक्रिया का गलत ढंग से इस्तेमाल किया और कुश्ती संघ के प्रमुख को इस्तीफा देने के लिए जबरन मजबूर किया।
मैरी कॉम को अहम जिम्मेदारी
बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ ने बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों को गंभीर माना है और इसकी जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेठी की अध्यक्ष मैरी कॉम होंगी। इधर खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ में चल रहे इस संग्राम के बीच एक ओवरसाइट समिति बनाई है। यह समिति फिलहाल कुश्ती महासंघ का कामकाज देखेगी। इसकी प्रमुख भी विश्व चैंपियन मुक्केबाज मैरी कॉम ही होंगी। खेल मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि बृजभूषण चार हफ्तों तक संघ के कामकाज से दूर रहेंगे।
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