Saturday , November 23 2024

कानपुर मामले में अब एक्शन में योगी सरकार, JCB ड्राइवर अरेस्ट; SDM और लेखपाल नपे

कानपुर मामले में अब एक्शन में योगी सरकार, JCB ड्राइवर अरेस्ट; SDM और लेखपाल नपेकानपुर/लखनऊ। कानपुर देहात में अतिक्रमण के नाम पर घर गिराने की कार्रवाई के दौरान खुद को कमरे में बंंद करने वाली मां-बेटी के जिंदा जल जाने के मामले में अब योगी सरकार एक्‍शन मोड में है। इस मामले में जेसीबी के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में प्रथम दृष्‍टया जांच के बाद एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक सिंह को सस्‍पेंड कर दिया गया है। कुल 38 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। थाना प्रभारी को भी हटा दिया गया है।

कल ये हुआ था

सोमवार को कानपुर देहात के रूरा थाने के मड़ौली गांव में सोमवार को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद की मौजूदगी में पुलिस और राजस्व कर्मियों के साथ गांव के कृष्ण गोपाल दीक्षित की झोपड़ी के पास लगे सरकारी हैंडपंप और मंदिर तोड़ने के साथ ही उसकी झोपड़ी को जेसीबी से ढहा दिया गया था।

घटना के बाद मौके से भाग खड़े हुए थे अधिकारी

ढहाए गए छप्पर में लगी आग से अंदर मौजूद पत्नी प्रमिला दीक्षित (उम्र 44 वर्ष) और बेटी नेहा ( उम्र 22 वर्ष) आग जिंदा जल गईं। कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए थे। हादसे से वहां अफरा-तफरी के दौरान एसडीएम, पुलिस, राजस्व और पुलिस कर्मी भाग निकले थे। अफसरों की छानबीन के बाद देर रात बेटे शिवम की तहरीर पर एसडीएम मैथा सहित 38 के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास, आग लगाने सहित कई गंभीर धाराओं में देर रात रूरा थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले में लेखपाल पर आग लगाने और एसओ रूरा पर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है।

ये है परिवार की मांग

घटना से गुस्‍साये ग्रामीणों और परिवारीजनों ने पांच करोड़ का मुआवजा, दोनों बेटों के नाम 5-5 बीघा जमीन का पट्टा किए जाने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को शव नहीं उठने दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री को बुलाए जाने की मांग भी की है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

कानपुर देहात की घटना पर दुख जताते हुए डिप्‍टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि इस मामले में किसी को भी बख्‍शा नहीं जाएगा। उन्‍होंने कहा कि अफसर हों या कर्मचारी यदि दोषी पाए गए तो सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की जाएगी। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्‍होंने कहा कि निलंबित किए जाने के अलावा दोषियों की गिरफ्तारी भी होगी।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch