Sunday , April 28 2024

2 जुलाई को डिप्टी CM बने अजित पवार, लेकिन 30 जून को ही NCP अध्यक्ष पद से हटा दिए गए थे शरद पवार: बैठक से पहले दिल्ली में पोस्टर उतारे

अजित पवार, शरद पवारराष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) में टूट की खबर 2 जुलाई 2023 को तब सामने आई, जब अजित पवार (Ajit Pawar) ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री (Maharashtra Deputy CM) पद की शपथ ली। लेकिन अब यह बात सामने आई है कि इससे दो दिन पहले ही यानी 30 जून को ही उन्होंने चुनाव आयोग के सामने पार्टी और चुनाव चिह्न पर दावा ठोक दिया था। आयोग को बता दिया था कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वे हैं न कि उनके चाचा शरद पवार (Sharad Pawar)।

चुनाव आयोग को बताया गया था कि पार्टी विधायक दल और संगठन के सदस्यों ने भारी बहुमत के साथ अजित पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना है। अजित पवार गुट ने 5 जुलाई को आयोग को जो 43 विधायकों, विधान पार्षदों और सांसदों के समर्थन वाला हलफनामा दिया है, उसमें भी 30 जून की तारीख अंकित होने की बात कही जा रही है। इससे जाहिर होता है कि दुनिया को खबर लगने से पहले ही अजित पवार ने एनसीपी पर कब्जे की तैयारी शुरू कर दी थी। इतना ही नहीं शरद पवार या उनके गुट के किसी नेता को इसकी भनक तक नहीं लगने दी।

आज तक ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि 30 जून को एनसीपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। यह बैठक पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बुलाई थी। गुपचुप तरीके से हुई इस बैठक में आम राय से शरद पवार को हटाकर अजित पवार को पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने का प्रस्ताव रखा गया। बैठक में प्रस्ताव पास होते ही अजित पवार के गुट ने उसी दिन चुनाव आयोग को पत्र लिख पार्टी पर चुनाव चिह्न पर अपनी दावेदारी जता दी।

प्रफुल्ल पटेल को जून में ही शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले के साथ पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। लेकिन अब वे पहले ही दिन से अजित पवार के साथ दिख रहे हैं। गौरतलब है कि 5 जुलाई को चाचा और भतीजा दोनों ने अपने शक्ति का प्रदर्शन भी किया था। इस दौरान भी शरद पवार कमजोर नजर आए थे। उनकी बैठक में 13 विधायक और 4 सांसद ही मौजूद थे। महाराष्ट्र में एनसीपी विधायकों की संख्या 53 है।

इधर पार्टी पर कब्जा बचाए रखने की जुगत में लगे शरद पवार गुट की 6 जुलाई को दिल्ली में बैठक होनी है। उससे पहले न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें दिल्ली में लगे शरद पवार गुट के होर्डिंग को एनडीएमसी के कर्मचारी उतारते दिख रहे हैं।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch