Friday , October 4 2024

कौन है निवेल रॉय सिंघम, जिस पर मचा है हंगामा; लग रहे भारत में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने के आरोप

कौन है निवेल रॉय सिंघम, जिस पर मचा है हंगामा; लग रहे भारत में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने के आरोपनई दिल्ली। लोकसभा में बीजेपी के सांसद निशिकांत ठाकुर ने आज (सोमवार, 7 अगस्त को) एक मीडिया पोर्टल (NEWS CLICK) का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया है कि उसे चीनी फंडिंग मिल रही है और उस पोर्टल के जरिए देश में देश के ही खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। बीजेपी सांसद ने इसके लिए अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक खबर का हवाला दिया है। इसके बाद केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा कि न्यूज क्लिक, कांग्रेस और चीन के बीच सांठगांठ है। ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी की नकली मोहब्बत की दुकान में चीनी सामान खुलकर बेचे जा रहे हैं।

कौन है नेविल रॉय सिंघम 
नेविल रॉय सिंघम एक अमेरिकी व्यवसायी और सामाजिक कार्यकर्ता है। वह IT कंपनी थॉटवर्क्स का संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष है। ये कंपनी कस्टम सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर टूल और परामर्श सेवाएं प्रदान करती है। सिंघम पर वैसे विभिन्न समूहों को फंड उपलब्ध करने के आरोप हैं जो चीनी राज्य मीडिया के प्रोपेडगेंडा को बढ़ावा देता है। इस प्रोपेगेंडा के तहत उइगर मुसलमानों के नरसंहार को खारिज और रूसी साम्राज्यवाद की पैरवी की जाती है।

कैसे बनाया बड़ा मुकाम
TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिंघम का जन्म 1954 में संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। उसने हावर्ड यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में डिग्री ली है। इसके बाद 1993 में थॉटवर्क्स की स्थापना से पहले कई वर्षों तक एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया। थॉटवर्क्स जल्द ही दुनिया की अग्रणी आईटी परामर्श कंपनियों में से एक बन गई, और सिंघम को 2009 में फॉरेन पॉलिसी पत्रिका द्वारा “शीर्ष 50 वैश्विक विचारकों” में से एक नामित किया गया था।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मुखर समर्थक
हाल के वर्षों में, सिंघम तेजी से राजनीतिक सक्रियता में शामिल हुआ है। वह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मुखर समर्थक है और चीन की सरकारी मीडिया के प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देने वाले समूहों को लाखों डॉलर का दान देता है। सिंघम ने उइगर मुस्लिमों के नरसंहार से भी इनकार किया है और रूसी साम्राज्यवाद की पैरवी की है।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch