Thursday , May 2 2024

Amitabh Bachchan इस फिल्म को देखकर हुए इमोशनल, बताई आंसू छलकने की वजह

इस देश में क्रिकेट की दीवानगी इतनी है कि बच्चों से लेकर बुर्जुगों तक सभी का यह फेवरेट खेल है। ऐसे में अब अभिषेक बच्चन और सैयामी खेर एक फिल्म लेकर आ रहे हैं, जो हर क्रिकेट लवर के लिए एक बेहतरीन ट्रीट होगी। आर बाल्की द्वारा निर्देशित फिल्म ‘घूमर’ एक ऐसी लड़की की कहानी है जो अपना हाथ खोने के बाद फिर से क्रिकेट खेलती है। अब बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने यह खुलासा किया है कि वह इस फिल्म को देखकर इतने इमोशनल हो गए कि उनके आंसू निकल आए।

पहले ही सीन में बह निकले आंसू 

इसको लेकर अमिताभ ने एक ब्लॉग लिखा, जिसमें उन्‍होंने बताया कि वह फिल्‍म देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाए। अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा, ”फिल्‍म ‘घूमर’ को रविवार दोपहर और रात में दो बार देखा। इसका उल्‍लेख करना मुश्किल है। पहले ही फ्रेम से आंखों से पानी बहने लगा। जब फिल्म में अपनी संतान शामिल होती है, तो यह पल थोड़ा ज्‍यादा भावुक हो जाता है। उनके विचारों, शब्दों और कार्यों से आश्चर्य होता है जो बहुत प्यारा और आकर्षक है।”

खिलाड़ियों के साथ परिवार के लिए भी खास है फिल्म 

अमिताभ ने बताया कि फिल्म की भावनाएं क्रिकेट से जुड़ी हैं। यह एक लड़की और उसकी महत्वाकांक्षा की कहानी है। अमिताभ ने आगे कहा, “इसमें दिखाया गया है कि खेल का प्रभाव सिर्फ खेल पर ही नहीं पड़ता, बल्कि पूरे परिवार पर पड़ता है। आर. बाल्की ने बेहद ही सरल तरीके से हमारे सामने एक सबसे जटिल विचार बुना है।”

इसके बाद उन्होंने लिखा, “मैं जानता हूं कि एक हारने वाला क्या महसूस करता है और क्या अनुभव करता है। मैं जानना चाहता हूं कि एक विजेता क्या महसूस करता है और क्या अनुभव करता है। हममें से प्रत्येक ने अपने जीवन में किसी न किसी बिंदु पर विफलता का सामना किया है, और हम जानते हैं कि यह कैसा लगता है। यह वह चुनौती है जिसका हम सभी सामना करते हैं। हम सभी इसके लिए प्रयास करते हैं। हम सभी इसके लिए संघर्ष करते हैं, और फिर जब हम पाते हैं कि दरवाजा बंद है, तो हम इसे तोड़ देते हैं और प्रवेश करते हैं। यही सीखने का आदर्श है।”

आपको बता दें कि ‘घूमर’ की कहानी एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज अनीना के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका एक एक्सीडेंट में दाहिना हाथ कट जाता है। जिसके बाद एक असफल क्रिकेटर लेकिन बेहतरीन कोच अभिषेक बच्चन उसे नई आशा देता है, उसकी किस्मत बदलने के लिए उसे ट्रेनिंग देता है।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch