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हमास के 2200 ठिकाने तबाह, 900 की मौत… इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड डायफ के पिता के घर पर भी बमबारी

इजरायली सेना के हमास के ठिकानों पर हमले जारी (फोटो- रॉयटर्स)इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है. इजरायल की ओर से गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर लगातार बमबारी जारी है. इजरायल ने अब तक हमास के 2200 से ज्यादा ठिकानों को टारगेट किया है. इसके अलावा इजरायली एयरफोर्स ने हमास मिलिट्री चीफ मोहम्मद डायफ के पिता के घर को भी तबाह कर दिया. डायफ को इजरायल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. इन हमलों में अब तक 900 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा इजराइल की सेना ने अपने क्षेत्र में 1500 आतंकियों को मार गिराया है.

इजरायल और हमास के बीच इस युद्ध की शुरुआत हमास के हमले से हुई. हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट दागे थे. इसके अलावा हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुसकर निहत्थे इजरायलियों पर बर्बरता से हमला किया था. इन हमलों में अब तक 1200 लोगों की मौत हुई है. इसी हमले के जवाब में इजरायल लगातार हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है.

इजरायल की ओर से लगातार हो रही बमबारी के चलते 20 लाख की आबादी वाला गाजा इमारतों के कब्रिस्तान में बदला हुआ नजर आने लगा है. हर तरफ सिर्फ मलबा और धुआं नजर आ रहा है. इजरायली हमले में 900 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इनमें से 260 बच्चे और 200 महिलाएं शामिल हैं. वहीं, 4,250 लोग जख्मी हुए हैं.

कौन है डायफ?

इजरायल पर हमास के चौंकाने वाले हमले के पीछे मोहम्मद डायफ को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. डायफ हमास के मिलिट्री विंग का चीफ कमांडर है. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के हमले के बाद डायफ ने कहा, ‘ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म” गाजा की 16 साल की नाकेबंदी, इजरायली कब्जे और हाल की घटनाओं की पूरी श्रृंखला का जवाब था.

मोहम्मद डायफ साल 2002 से हमास की सैन्य शाखा का प्रमुख है. हाल में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, डायफ का जन्म 1960 के दशक के दौरान गाजा में खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था और उस वक्त उसका नाम मोहम्मद दीब इब्राहिम अल-मसरी था.

मोहम्मद डायफ के चाचा और पिता ने 1950 के दशक में फिलिस्तीनियों के सशस्त्र विद्रोह में हिस्सा लिया था, जहां से हमास के आतंकियों ने शनिवार को इजरायल में घुसपैठ की थी. डायफ ने गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है.

मोहम्मद डायफ जब 20 साल का था तो उसे फिलस्तीन के पहले इंतिफादा (विद्रोह) के समय इजरायल की सरकार ने जेल भेज दिया था. उस वक्त उसे इजरायली अधिकारियों ने आत्मघाती बम विस्फोटों में दर्जनों लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

अमेरिका ने भेजे हथियार, गोला-बारूद

हमास से जंग के बीच इजरायल को अमेरिका का साथ मिला है.  अमेरिका ने सबसे पहले आगे आकर अपने खतरनाक हथियार और गोला-बारूद और सैनिक भी इजरायल भेज दिए हैं. अमेरिकी गोला-बारूद से लैस प्लेन और गेराल्ड आर फोर्ड युद्धपोत इजरायल के करीब पहुंच गया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक हथियारों को ले जाने वाले इस अमेरिकी विमान में बेहद हाइटेक गोला-बारूद हैं.

इजरायल ने अपने क्षेत्रों को वापस लिया

इजरायल ने दावा किया है कि उसकी सेना ने गाजा से लगे उन सभी इलाकों को वापस ले लिया है. जहां हमास आतंकियों ने हमला करके कब्जा कर लिया था. उधर, गोलान हाइट्स इलाके में रॉकेट दागे जाने के बाद इजरायली सेना ने सीरिया में गोलाबारी भी की. इजरायली सेना ने कहा, सीरिया से इजरायल पर हमले किए गए थे. हालांकि, ये खुले स्थानों पर गिरे थे. इजरायली सेना ने किसी संगठन को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया था. हालांकि, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा था कि फिलिस्तीनी गुट ने सीरियाई क्षेत्र से रॉकेट हमला किया था. इससे पहले हिजबुल्लाह ने सीरिया से उत्तरी इजरायल पर हमले की जिम्मेदारी ली थी.

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