Wednesday , October 9 2024

अतीक अहमद के ध्वस्त दफ्तर में छिपा रहे थे बम, पुलिस ने बाप-बेटे को दबोचा: माफिया के बेटे के स्वागत जुलूस में भी एक्टिव थे अनीस और रहमान

प्रयागराज अतीक अहमद बमउत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस ने 7 देशी जिन्दा बम के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित रिश्ते में बाप-बेटे हैं, जो माफिया अतीक अहमद के परिवार वालों के करीबी हैं। इनके नाम अनीस अख्तर और उसका बेटा मोहम्मद रहमान हैं। दोनों आरोपित बमों को ध्वस्त किए गए अतीक अहमद के ऑफिस में छिपाने ले जा रहे थे। पुलिस ने यह कार्रवाई सोमवार (16 अक्टूबर 2023) को की है। दोनों बाप-बेटे 9 अक्टूबर 2023 को उस जश्न और जुलूस में भी शामिल थे, जो अतीक अहमद के 2 बेटों की बाल सुधार गृह से रिहाई के बाद आयोजित किया गया था।

यह मामला प्रयागराज शहर के थाना क्षेत्र खुल्दाबाद का है। यहाँ तैनात सब इंस्पेक्टर अमित कुमार ने शिकायत दर्ज करवाते हुए कहा है कि 16 अक्टूबर को वो कॉन्स्टेबल नीरज यादव के साथ गश्त कर रहे थे। इस दौरान एक मुखबिर ने उन्हें अतीक अहमद के कार्यालय के पास 2 संदिग्ध लोगों की मौजूदगी की सूचना दी। मुखबिर ने दोनों संदिग्धों को आपराधिक मानसिकता वाले और अतीक अहमद के परिवार का करीबी बताते हुए उनके पास अवैध हथियार होने की आशंका जताई।

इस सूचना पर सब इंस्पेक्टर अमित अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। सूचना सही पाई गई। वहाँ पुल की आड़ में 2 लोग छिपे दिखे। जब उन्हें पुलिस की आहट मिली तो दोनों भागने लगे। पुलिस ने दौड़ाकर उन दोनों को पकड़ लिया। पकड़े गए पहले संदिग्ध ने अपना नाम 46 वर्षीय अनीस अख्तर उर्फ़ कबाड़ी बताया। उसके हाथ में एक झोला था, जिसमें 4 जिन्दा देशी बम थे। वहीं, दूसरे शख्स ने खुद को अनीस अख्तर का 21 वर्षीय बेटा मोहम्मद रहमान बताया। रहमान के झोले में 3 बम बरामद हुए।

पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपितों ने बताया कि इन बमों को वे अतीक अहमद के ध्वस्त किए गए खंडहरनुमा ऑफिस में छिपाने ले जा रहे थे। इसके साथ ही दोनों ने अतीक अहमद के परिवार द्वारा किए जाने वाले कई आपराधिक कृत्यों में अपनी भागीदारी की बात कबूली। गिरफ्तारी के दौरान आसपास काफी भीड़ जमा हो गई थी। जब पुलिस ने भीड़ में से किसी को गवाही देने के लिए कहा, तब वहाँ अतीक अहमद का नाम सुनकर लोग हटने लगे। पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4/5 के तहत कार्रवाई की है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch