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‘CM बघेल को दिए थे मैंने ₹508 करोड़’ : सामने आया महादेव ऐप का ‘मालिक’, मुख्यमंत्री बोले- अनजान शख्स पर भरोसा करोगे क्या

भूपेश बघेल महादेव एपछतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ₹5,000 करोड़ के महादेव बेटिंग ऐप घोटाले में घिरते हुए नजर आ रहे हैं। उन पर महादेव ऐप के प्रमोटरों से ₹508 करोड़ लेने के आरोपों के बाद अब एक शख्स शुभम सोनी ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि वही महादेव बेटिंग ऐप का मालिक है और उसने ही यह धनराशि छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री को दी।

शुभम सोनी वीडियो में अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट दिखाते हुए कहता है- “महादेव बेटिंग बुक का मालिक मैं ही हूँ, मैंने ही इसे 2017 में चालू किया था।” उसने बताया कि उसने इस ऐप को बहुत छोटे स्तर से चालू किया था और धीमे-धीमे काम बढ़ता गया, जिससे उसकी जीवनशैली बदल गई।

उसने बताया, “जब हमारे पास पैसा आने लगा तब हमें प्रोटेक्शन की जरूरत पड़ी। हमने इसके लिए वर्मा जी से मीटिंग की। मैं उन्हें ₹10 लाख हर महीने देने लगा। लेकिन हमारे लड़के इसके बाद भी अंदर (जेल में) होने लगे।

शुभम सोनी ने दावा किया कि इन्हीं ‘वर्मा जी’ ने उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बिट्टू भैया नाम के एक शख्स से मिलाया। जहाँ उनकी डील हुई। इसकी जानकारी उसने जाँच एजेंसियों को भी दी है। उसने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उससे दुबई जाकर काम बढ़ाने को कहा था।

उसने कहा कि इन दोनों पर मुख्यमंत्री का आशीर्वाद नहीं था इसलिए वह प्रसिद्ध हुए, जिसका उसे बुरा लगा। वह कहता है- “हमारे मुख्यमंत्री साहब बघेल जी पलटी मार देते हैं।”

आगे शुभम ने बताया कि जब दुबई में रहने के दौरान फिर से उसे समस्या होने लगी तो वह भिलाई आया और वर्मा जी तथा गिरीश तिवारी नाम के शख्स से मिला। इसके पश्चात वह एसपी प्रशांत अग्रवाल से मिलने गया जिन्होंने उसकी फ़ोन पर बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करवाई।

शुभम सोनी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस दौरान उसे डांट लगाई। मुख्यमंत्री ने शुभम से कहा, “तुम्हें मैंने दुबई काम बढ़ाने के लिए भेजा था और तुम मालिक बनके बैठ गए।” सोनी ने दावा किया है कि इसके बाद उसने प्रशांत अग्रवाल से बात करके आगे का प्लान समझ लिया।

CM बघेल की प्रतिक्रिया

बता दें कि शुभम द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद सीएम बघेल ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति दावा कर रहा है,

“वो मुझसे मिला। मैंने उसे संरक्षण देने का आश्वासन दिया और दुबई जाकर व्यवसाय करने का सुझाव दिया। लेकिन मुझे आश्चर्य है कि एक अनजान व्यक्ति के बयान को सभी जिम्मेदार टीवी चैनल किस आधार पर चला रहे हैं? किस आधार पर इसमें मेरा नाम जोड़ा जा रहा है? क्या यह मानहानि का मामला नहीं है। यह कोई रहस्य नहीं है कि ये वीडियो क्यों आया और यह भी समझना कठिन नहीं है कि चुनाव के वक्त ऐसा बयान भाजपा को फायदा पहुँचाने के लिए किया गया है।”

गौरतलब है कि ₹5,000 करोड़ के इस महादेव बेटिंग ऐप घोटाला का दायरा लगातार बढ़ रहा है। इस मामले में ED अब तक ₹400 करोड़ से अधिक की जब्त्ती भी कर चुकी है। कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। मामले के किंगपिन सौरभ चंद्राकर, रवि उप्प्प्ल फरार हैं। इस मामले में 34 बॉलीवुड हस्तियों की भूमिका की जाँच भी चल रही है।

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