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अतीक-अशरफ का पर्दे के पीछे से साथ देते रहे नामी चेहरे अब रडार पर, जल्‍द बेनकाब करेगी टास्‍क फोर्स

अतीक-अशरफ का पर्दे के पीछे से साथ देते रहे नामी चेहरे अब रडार पर, जल्‍द बेनकाब करेगी टास्‍क फोर्सलखनऊ। पर्दे के पीछे रहकर अतीक अहमद और अशरफ का हर कदम साथ देने वाले नामी चेहरों को जल्द ही टास्क फोर्स बेनकाब करने वाली है। कई ऐसे चेहरे सामने आने वाले हैं जिनका कभी अतीक एंड कंपनी से नाम नहीं जुड़ा, लेकिन उनके धंधे में अतीक की संलिप्तता रही है।

डर, भय या फिर मिलीभगत रही और धंधे में अतीक को हिस्सा पहुंचाते रहे। ऐसे करीब तीन दर्जन लोगों को पुलिस ने चिन्हित किया है। अब तक तीन से पूछताछ हो चुकी है।

डीसीपी नगर दीपक भूकर ने बताया कि बताया कि अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियों का पता लगाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। पुलिस को पता चला है कि अतीक ने हुबलाल जैसे गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों के नाम से प्रॉपर्टी खरीदी तो बड़े बिल्डर और व्यापारियों के धंधे में अपनी काली कमाई खपाई थी। अहमदाबाद जेल में बिल्डर मिलने जाते थे। इसी तरह अशरफ से बरेली जेल में मिलने वालों की सूची तैयार की गई है।

प्रॉपर्टी के धंधे से जुड़े कई नाम सामने आए हैं जिनका अतीक और अशरफ से करीबी संबंध रहा है। धूमनगंज, चकिया, करेली के अलावा नैनी और शहर के पॉश इलाके में रहने वाले भी मिलने जाते थे। नैनी में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। होटल मालिकों से भी अतीक का अच्छा संबंध था। एक होटल में अतीक का पैसा लगा था, ऐसी सूचना है। इन तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। अब तक पुलिस ने कॉलेज संचालक व मिल मालिक इम्तियाज चावल, मैक टॉवर और प्रतापगढ़ के जियाउद्दीन से पूछताछ कर चुकी है।

पूर्व विधायक के भाई ने खोले राज
अतीक अहमद की अवैध संपत्तियों की जांच कर रही टास्क फोर्स ने शनिवार को पूर्व विधायक आसिफ जाफरी के भाई वासिफ जाफरी को बुलाकर पांच घंटे तक पूछताछ की। अतीक के संबंधों की जांच हुई, लेकिन वह खुद को अतीक का विरोधी बताते रहे और अतीक के गुर्गों की अवैध संपत्तियों का खुलासा किया। अतीक की हत्या से पूर्व ईडी ने आसिफ जाफरी के घर पर छापामारी करके बेनामी संपत्तियों के कागजात बरामद किए थे। ईडी का दावा था कि काफी प्रॉपर्टी के पेपर मिले हैं लेकिन जांच पूरी होने से पहले विधायक का इंतकाल हो गया। अब पुलिस उनके भाई से सवाल जवाब कर रही है।

बताया जा रहा है कि वासिफ जाफरी ने पुलिस से कहा कि उनके भाई अतीक के विरोध में हमेशा रहे। बसपा से चुनाव लड़ा था। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आसिफ जाफरी वर्षों पहले करेली में एलीना सिटी प्रोजेक्ट लांच करने वाले थे। वहां ग्रामीणों से वही किसानों की जमीन खरीदकर प्लाटिंग करने वाले थे। सौदा हो चुका था। लेकिन बीच में अतीक आ गया। उसने डरा धमका कर ये प्रोजेक्ट उनसे छीन लिया।

जमीन हड़पकर या खरीदकर उसने अपना प्रोजेक्ट लांच किया था। इसके अलावा यह भी बताया कि करेली में अतीक अहमद का खास गुर्गा असद कालिया ने प्लाटिंग की है। इन तथ्यों का अब पुलिस सत्यापन करा रही है। पिछले चार दिन से पुलिस रोज एक व्यक्ति को बुलाकर पूछताछ कर रही है।

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