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‘मोदी कुछ नहीं करेंगे श्रेय लेने आ जाएंगे…’, सुब्रमण्यम स्वामी बोले- SC ले जाऊंगा ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि मामला

Subramanian Swamy | PM MODI | Gyanvapi Kashiभाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट के माध्यम से अपनी बात रखी। स्वामी का यह ट्वीट ऐसे वक्त आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (22 जनवरी, 2024) को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरे विधि विधान के साथ की। इस कार्यक्रम में देशभर की तमाम हस्तियां ने भाग लिया।

वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक्स (ट्विट) पर मंगलवार (23 जनवरी, 2024) को लिखा, ‘मैं अब ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि मथुरा मंदिर को पुनर्स्थापित करने की अनुमति देने के लिए अपनी लंबित पूजा स्थलों की जनहित याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख करूंगा। मोदी कुछ नहीं करेंगे लेकिन श्रेय लेने के लिए आ जाएंगे।’

बीजेपी में रहते हुए सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के कई नेताओं के प्रति आलोचनात्मक रवैया रखने के लिए जाने जाते हैं। वो एक्स पर भाजपा नेताओं के प्रति व्यंग्य भरा ट्वीट करते रहते हैं।

एक अन्य ट्विट में स्वामी ने लिखा था, ‘मोदी प्राण प्रतिष्ठा पूजा में शामिल हो रहे हैं, जबकि पूजा में उनकी स्थिति शून्य है। न ही उन्होंने अपने निजी जीवन में, खासकर अपनी पत्नी के साथ अपने व्यवहार में भगवान राम का अनुसरण किया है और न ही उन्होंने पीएम के रूप में राम राज्य के अनुसार काम किया है।’

इससे पहले सोमवार (22 जनवरी, 2024) को स्वामी ने एक्स पर कहा था, ‘अब जबकि अयोध्या में राम मंदिर हकीकत बन गया है, एक सपना सच हो गया है, मोदी को अब राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक के रूप में मान्यता देने के लिए संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल द्वारा भेजी गई 6 साल से लंबित फाइल पर हस्ताक्षर करना चाहिए।’

बता दें, एक तरफ बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला था, वहीं मंदिर आंदोलन की आवाज उठाने वाले स्वामी को न्योता नहीं मिला था। इसे लेकर स्वामी ने दुख भी जताया था। नवंबर में अयोध्या पहुंचे स्वामी ने कहा था, ‘मेरी खबरों को छपने नहीं दिया जाता है। मैं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं हूं। मुझे अभी तक निमंत्रण नहीं मिला है। अशोक सिंघल के कहने पर मैंने सुप्रीम कोर्ट में श्री राम मंदिर के लिए पक्ष रखा था।’

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