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गले में पीला गमछा डालकर थाने पहुंच गया राजभर की पार्टी का कार्यकर्ता, पुलिस ने निकाली हेकड़ी

फर्रूखाबाद में पुलिसकर्मियों ने सुभासपा कार्यकर्ता का गमछा छीना!योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) में शामिल होने के बाद सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने कार्यकर्ताओं से कहा था कि जब भी थाने में जाओ तो सफेद नहीं पीला गमछा लगाकर जाना. इससे दारोगा जी को तुम्हारी शक्ल में ओमप्रकाश राजभर दिखेगा. हालांकि फर्रूखाबाद (Farrukhabad) में ऐसा नहीं हुआ. जिले के नवाबगंज पुलिस थाने में पीला गमछा डालकर पहुंचे राजभर की पार्टी के एक कार्यकर्ता की दारोगा ने हेकड़ी निकाल दी और गमछा-मोबाइल फोन रखवा लिया. इस घटना से नाराज सुभासपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

सुभासपा कार्यकर्ताओं ने नवाबगंज पुलिस थाना पहुंचकर पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई. कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों की कार्य शैली में सुधार नहीं हुआ तो हम लोग उच्च अधिकारियों से बातचीत करेंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी.

इन कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके एक साथी के साथ पुलिसकर्मियों ने थाने में बुलाकर अभद्र व्यवहार किया है. उन्होंने कार्यकर्ता का पीला गमछा और मोबाइल छीनने का भी आरोप लगाया है. जिसको लेकर सुभासपा (SBSP) कार्यकर्ता थाने पर इकट्ठा हुए और थाना प्रभारी से कार्यशैली में सुधार की बात कही.

सुभासपा जिला अध्यक्ष ने क्या बताया? 

सुभासपा के जिला अध्यक्ष संदेश कश्यप ने बताया, मेरे एक कार्यकर्ता को किसी बात को लेकर पुलिस थाने बुलाया गया, जहां उनके साथ पुलिसकर्मियों और थाना प्रभारी ने अभद्र व्यवहार करते हुए हमारी पार्टी का गमछा और मोबाइल छीन लिया और हमारी पार्टी के बारे में भी गलत कहा. जब हम थाना अध्यक्ष से बात करने आए तो उनकी भाषा भी अभद्र व्यवहार की रही. आज हम लोग थाना प्रभारी से बात करने आए हैं. अगर थाने की पुलिसकर्मियों थाना प्रभारी की कार्य शैली में सुधार नहीं आया तो हम लोग धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.

पीले गमछे पर ओपी राजभर ने क्या कहा था? 

कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद ओपी राजभर (OP Rajbhar) ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जब थाने में पीला गमछा लगाकर जाओगे तो दारोगा जी ओमप्रकाश राजभर नजर आएगा. उन्होंने कहा, “थाने पर जाओ तो सफेद गमछा मत लगाओ. पीला गमछा लगा लो. बाजार में 20-25 रुपये का मिलेगा. इस गमछे को लगाकर जाओ थाने पर. जब थाने पर जाओगे तो तेरी शक्ल में ओम प्रकाश राजभर दारोगा जी को नजर आएगा. ये है पावर और जाकर बता देना कि मंत्रीजी भेजे हैं और दारोगा जी में पावर तो है नहीं कि मंत्रीजी से फोन करें कि भेजे हैं कि नहीं. बोलिए है पावर. एसपी को भी पावर नहीं है. डीएम को भी पावर नहीं है. आज जिस मुकाम पर हम खड़े हैं डीजी को भी पावर नहीं है कि वो हमसे पूछे आपने भेजा है कि नहीं भेजा है.”

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