दिल्ली में तिमारपुर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दिलीप पांडेय ने साफ किया है कि वह पार्टी या राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से नाराज नहीं हैं। तिमारपुर विंग के सभी पदाधिकारियों की ओर से पद छोड़ने के ऐलान के बाद दिलीप पांडेय ने एक खुला लेटर लिखकर अपनी सफाई दी है। तिमारपुर में एक साथ इतने पदाधिकारियों और दिलीप के समर्थकों की ओर के इस्तीफे के ऐलान से अटकलें लगाई जा रही थीं कि पांडेय भी नाराज हैं।
तिमारपुर में पदाधिकारियों के इस्तीफे और दिलीप पांडेय की नाराजगी की अटकलों को लेकर उन्होंने कहा कि अचानक से एक कैंपेन शुरू हो गया, जिसमे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ये संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि मैं पार्टी या अपने नेता अरविंद जी के प्रति असंतोष और नाराजगी से भरा हूं। दिलीप ने लिखा, ‘ये पढ़कर पहले तो मुझे हंसी आई, और लगा की इसे नजरअंदाज कर दूं। मगर मेरी चुप्पी के भी कई कयास लगाए जा सकते हैं, इसलिए यह बड़े अफ़सोस के साथ लिखना पड़ रहा है।’
चुनावी मैदान से हटने का ऐलान कर चुके विधायक ने लिखा, ‘मैं पहली और आखिरी बार स्पष्ट कर रहा हूं कि भले ही आप अरविंद केजरीवाल जी या आम आदमी पार्टी के शुभचिंतक हैं, या फिर मेरे अपने साथी हैं, ये तीनों बातें बिल्कुल एक हैं। हमारा हित और अहित एक है। अगर आप मुझसे कोई निजी बैर निकालने के लिए भी, या सिर्फ मजे के लिए (या किसी ने आपको कोई कहानी सुना कर फुसलाया है), मुझमें और अरविंद भाई में कोई मतभेद दिखाना चाहते हैं, तो हवा में नाव चला रहे हैं आप – मैं कहीं नहीं जा रहा, पार्टी के लिए दरी बिछाने से लेकर, तिहाड़ और फिर विधानसभा जाने तक का सफर तय किया है, आप में से कोई भी भाई, साथी पार्टी ऑफिस में आ कर मुझसे मिल सकते हैं। मैं सच्चाई के रास्ते पर चलकर सदैव देश हित में काम करता रहूंगा, उसके आगे निजी पद या प्रतिष्ठा मामूली बात है।’