नई दिल्ली। बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान के लिए लाई गई एनआरसी ड्राफ्ट रिपोर्ट पर ममता बनर्जी के बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है. इस कड़ी में बीजेपी के सांसद जगदंबिका पाल ने कहा है कि ‘देश में रक्तपात और गृह युद्ध’ के बारे में ममता बनर्जी का बयान देशद्रोह की तरह है. इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि असम में नेशनन रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) को राजनीतिक मकसद से लोगों को बांटने के लिए लाया गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि इससे देश में खूनखराबा और गृह युद्ध की स्थिति छिड़ सकती है.
जगदंबिका पाल ने कहा कि अगर किसी सामान्य व्यक्ति ने ऐसा बोला होता हो उस पर देशद्रोह का मुकदमा लग जाता, फिर यही बात ममता बनर्जी पर क्यों नहीं लागु होती. इस तरह जगदम्बिका पाल ने उन्हें अप्रत्यक्ष तौर पर देशद्रोही करार दे दिया. जगदंबिका पाल ने कहा ममता बनर्जी केवल एनआरसी पर बात नहीं कर रही हैं. वो उससे भी आगे बढ़कर कह रही हैं कि घुसपैठियों को, रोहिंग्यओ को निकाला गया तो देश में गृहयुद्ध होगा और रक्तपात हो सकता है.
उन्होंने सवाल किया कि जब ये बांग्लादेश के हैं, तो उन्हें निकालने पर देश में रक्तपात क्यों होगा. उन्होंने कहा कि यदि देश का कोई नागरिक किसी विदेशी को निकलने पर गृहयुद्ध की बात करता है, तो ये देशद्रोही की श्रेणी में है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री होकर इस तरह का गैर जिम्मेदारी भरा बयान दिया.
ममता बनर्जी इस समय दिल्ली में हैं. उन्होंने कल गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की थी. वो सोनिया गांधी और केजरीवाल से भी मिलेंगी. ममता बनर्जी एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना कर रही हैं और उनकी मांग है कि एनआरसी कानून में संशोधन किया जाए या फिर नया कानून लाया जाए.
जगदंबिका पाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भी साफ करना पड़ेगा कि इन विदेशी घुसपैठियों के सम्बंध में उनका स्टैंड क्या है? क्या वो ममता के साथ खड़े होंगे या इस देश की जनता के साथ. जगदम्बिका पाल ने कहा कि जिस तरह की भाषा ममता बनर्जी ने इस्तेमाल की है, ऐसी भाषा अगर कोई सामान्य नागरिक बोलता हो उसका बयान देशद्रोह की श्रेणी में आता है, फिर ममता बनर्जी का बयान भी निश्चित तौर पर देशद्रोह की श्रेणी में आता है. उन्होंने कहा कि कानून अपनी कार्रवाई जरूर करेगा और जनता भी सही गलत का फैसला करेगी.