नई दिल्ली। पाकिस्तान से कश्मीर में हो रही टेरर फंडिग के मामले की जांच में नया खुलासा हुआ है.राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि एनआईए की आसिया अंद्राबी (दुखतरान ए मिल्लत की प्रमुख) से पूछताछ में पता चला है कि कश्मीर के कई अलगाववादी नेताओं के पाकिस्तान के साथ काफी नजदीकी संबध है. ज़ी मीडिया को मिली एक्सलूसिव जानकारी के मुताबिक एनआईए की पूछताछ में आसिया अंद्राबी ने बताया है कि साल 2015 में जब उसकी मां की मौत हुई थी तो पाकिस्तान के तात्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने खत के जरिये दुख जताय़ा था यही नहीं खुद आसिया अंद्राबी ने नवाज शरीफ को चिच्ठी लिख कर ये कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर की आजादी के लिए गंभीर नहीं है.
एनआईए की जांच में पता चला है कि कश्मीर के अलाववादी नेता मीरवाईज से लेकर सैय्यद अली शाह गिलानी का दिल्ली के पाकिस्तान हाई कमीशन से बराबर आना जाना था और कई बार पाकिस्तान हाई कमीशन में भारत के खिलाफ कश्मीर को लेकर साजिश भी रची जाती थी एनआईए की जांच के मुताबिक आसिया अंद्राबी को पाकिस्तान के पूर्व आईएसआई चीफ हामिद गुल,जमात उद दावा के चीफ हाफिज सईद ,अब्दुल बासित और सरताज अजीज से कश्मीर को लेकर अक्सर या तो बैठक होती थी या फिर फोन के जरिये वो पाकिस्तान के अधिकारियों के संपर्क में थी.
एनआईए के एक जांच अधिकारी ने बताया कि आसिया ने पाक हाईकमीशन के डिप्टी हाई कमीश्नर सैय्यद हैदर के अक्सर फोन आते रहते थे आसिया ने अपने मोबाईल में हैदर शाह का नाम बेटा हैदर नाम से लिखा हुआ था यही नहीं उसने पूर्व आईएसआई चीफ हामिद गुल से कहा था कि वो पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहिल शरीफ से कश्मीर को आजाद कराने के लिए कारवाई करने को कहे.
एनआईए की जांच में आसिया अंद्राबी के 4 वाह्टसअप ग्रुप की भी जानाकारी मिली है जिसके 400 से ज्यादा मेंबर है आसिया के इस वाह्टसअप ग्रुप को आसिया की सहयोगी सोफी फहमीदा आपरेट करती है जो इस ग्रुप की एडमिन है जिन चार वाह्टसअप ग्रुप की जानकारी मिली है वो दुख्तरन ए मिल्लत,कश्मीर मीडिया,पाक मीडिया ग्रुप और फ्री कश्मीर है जिसके जरिये भारत के खिलाफ आसिया जहर उगलती है
आसिया अंद्राबी से हो रही पूछताछ में ये भी पता चला है कि वो कई आतंकियों के संपर्क में है जिनमें से कुछ पाकिस्तान में अब रह रहे हैं एनआईए आसिया के उन वाह्टसअप ग्रुप पर मौजूद आडियो वीडियो से लेकर हाफिज सईद और उसके बीच लगातार होने वाली बातचीत के सबूत भी जुटा रही है इस मामले में कई तरीके के टेक्निकल सबूत भी एनआईए जुटाने में लगी हुई है