नई दिल्ली। भारत-म्यांमार बार्डर पर सोना तस्करी की बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए असम राइफल्स ने 5 विदेशी घुसपैठियों को दबोचा है. दबोचे गए चारों विदेशी घुसपैठिये मूल रूप से म्यांमार के नागरिक है. इनके कब्जे से असम राइफल्स ने 36.316 किलो सोना बरामद किया है. बरामद किए गए सोने की कीमत अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 11 करोड़ रुपए आंकी गई है. असम राइफल्स ने इन पांचों विदेशी घुसपैठियों को सोना समेत कस्टम विभाग के हवाले कर दिया है. कस्टम विभाग ने इन पांचों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद म्यांमार दूतावास को इस बाबत जानकारी दे दी है.
असम राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात इंटेलीजेंस से लगातार इनपुट मिल रहे थे कि म्यांमार के रास्ते बढ़े तादाद में सोना तस्करी की साजिश रची जा रही है. यह सोना म्यांमार के कुछ घुसपैठियों के हाथों भेजा जाएगा. इंटेलीजेंस इनपुट के आधार पर असम राइफल्स की सेरछिप बटालियन ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर घुसपैठियों के लिए जाल बिछा दिया. योजना के तहत, भारत-म्यांमार बार्डर से चार किलोमीटर के दायरे में असम राइफल्स के जवानों ने घेराबंदी कर ली.
असम राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसी घेराबंदी के दौरान तीन बाइक पर आ रहे पांच युवकों को जांच के लिए रोका गया. जांच के दौरान इनके कब्जे से 36 किलो सोने की बरामदगी की गई. इन पांचों युवकों की पहचान म्यांमार मूल के नागरिकों के रूप में हुई है. हिरासत में लिए गए चार युवक म्यांमार के चिन इलाके के रहने वाले हैं, जबकि पांचवां युवक हरियग नेअई का रहने वाला है. पांचों युवकों ने घुसपैठ के लिए फ्री मूवमेंट जोन का इस्तेमाल किया था. दरअसल, एक समझौते के तहत दोनों देशों के नागरिकों को इंटरनेशनल बार्डर से 16 किलोमीटर के दायरे में अवागमन की इजाजत दी गई है. जिसका नाजायज फायदा उठाया जा रहा है.