नई दिल्ली। राज्यसभा में नौ अगस्त को उपसभापति का चुनाव होगा. आठ अगस्त दोपहर 12 बजे तक नॉमिनेशन डाले जाएंगे. एनडीए ने जेडीयू के हरिवंश नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, विपक्ष की ओर से अभी तक किसी उम्मीदवार को लेकर सहमति नहीं बनी है. राज्यसभा में एनडीए के पास 115 सीटें हैं, वहीं यूपीए के पास 113 सीटें है. ऐसी स्थिति में पूर्वी भारत की पार्टी बीजू जनता दल किंगमेकर की भूमिका निभा सकता है. बीजेडी के पास 9 सीटें हैं.
पहले जानें क्या है बहुमत का जादुई आंकड़ा?
राज्यसभा में वर्तमान में 244 सांसद ही वोट करने की स्थिति में हैं. ऐसे में किसी भी दल को जीतने के लिए 123 सीटें मिलनी जरूरी हो जाती हैं. वर्तमान में राज्यसभा में एनडीए के पास 115 सीटें हैं, जिनमें सबसे ज्यादा बीजेपी के पास 73 सीटें हैं. वहीं यूपीए के पास 113 सीटें हैं. जिनमें कांग्रेस के पास सबसे ज्यादा 30 सीटें हैं. वहीं अन्य दलों के पास राज्यसभा में 16 सीटें हासिल हैं. इनमें सबसे ज्यादा नौ सीटें बीजेडी के पास हैं.
यूपीए को चाहिए दो दलों का समर्थन
इस स्थिति में अगर बीजेडी के 9 सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में अपना वोट डाला तो एनडीए के पास (115+9) 124 सीटें हो जाएंगी जो बहुमत से एक सीट ज्यादा होगी. वहीं अगर बीजेडी यूपीए को अपना समर्थन देती है तो यूपीए के पास (113+9) 122 सीटें हो जाएंगी. ऐसी स्थिति में यूपीए को बहुमत के लिए एक सीट की और जरूरत होगी. ऐसे में बीजेडी के समर्थन के अलावा यूपीए को किसी और दल से भी समर्थन की दरकार होगी.
राज्यसभा में किसके पास कितनी सीटें?