देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक बालिका गृह में लड़कियों के कथित शोषण के आरोपों बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से वहां के जिलाधिकारी सुजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया है. मामले की जानकारी देते हुए यूपी की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने देवरिया में मामले की जांच के लिए दो सदस्यों की एक उच्च स्तरीय कमेटी भी भेजी है. यह कमेटी वहां सोमवार को रुक कर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
CM has ordered for the removal of Deoria’s DM Sujit Kumar. Further action will be taken against him after the reports come: Rita Bahuguna Joshi, UP Women & Child Welfare Minister on #DeoriaShelterHomeCasepic.twitter.com/IENfWzNZ5m
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
डीएम के सस्पेंशन पर रीता बहुगुणा जोशी का कहना है कि एक साल से उन्हें मामले पर लगातार लिखा जा रहा था कि महिला और बाल संरक्षण गृह अवैध रूप से चल रहा है लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. DPO नीरज कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है. पूर्व DPO अभिषेक पांडेय को सस्पेंड कर दिया गया है. ADG महिला कानून व्यवस्था अंजू गुप्ता और रेणुका कुमार को चॉपर से देवरिया भेज गया है.
सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट
CM ने सभी जिलों के DM को सभी शेल्टर्स होम का निरीक्षण कर 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है. 2016 में उस शेल्टर होम को बंद करने का आदेश दिया गया था. 30 जुलाई को मुकदमा दर्ज कराया गया था लेकिन मामले में ढिलाई बरती गई. नीचे से ऊपर किसी को भी नहीं बख्शेंगे. रिपोर्ट आने दीजिये, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
CM has sent a two-member high level committee to Deoria for the investigation. They will stay there today & submit a report, following which action will be taken: Rita Bahuguna Joshi, UP Women & Child Welfare Minister on #DeoriaShelterHomeCase pic.twitter.com/WobBPHYrSA
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को अपने संबंधित जिलों में स्थित बाल गृह तथा महिला संरक्षण गृह के व्यापक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि यहां पर रह रहे बच्चों और महिलाओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो.
सुरक्षा के निर्देश
साथ ही उन्होंने इन गृहों के पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए जाने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल गृह तथा महिला संरक्षण गृह की देखभाल और साफ-सफाई में कोई कोताही न बरती जाए. साथ ही, यहां पर रह रहे बच्चों एवं महिलाओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जांच जारी
इसके अलावा देवरिया मामले पर यूपी सरकार की महिला और बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने प्रमुख सचिव महिला और बाल कल्याण से रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने सोमवार शाम चार बजे तक पूरे मामले की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं. उनका कहना है कि देवरिया के पूरे मामले पर जांच की जा रही है. बालिका गृह में देह व्यापार होता था या नहीं ये रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि बालिका गृह अवैध रूप से चल रहा था.
लड़कियों ने लगाए आरोप
बता दें कि देवरिया के निजी बालिका गृह में रह रही लड़कियों ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं. एक लड़की की शिकायत पर पुलिस ने रविवार रात छापा मारकर बालिका गृह से 24 बच्चियों और लड़कियों को छुड़ाया है. जबकि बालिका गृह से 18 लड़कियां अभी भी गायब हैं. मामले में पुलिस ने बालिका गृह के संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, उनके पति मोहन तिवारी और बेटी को गिरफ्तार किया है.