नई दिल्ली। रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हैदराबाद से आतंकी संगठन आईएसआईएस से रिश्तों के शक में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में से एक की पहचान 24 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल्ला बासित के तौर पर की गई है, जो कि कम्प्यूटर डिप्लोमा होल्डर है. वहीं, दूसरे का नाम 19 वर्षीय अब्दुल कदीर बताया जा रहा है. दोनों हैदराबाद के ही निवासी हैं. आरोपियों से बरामद सामान जांच के लिए हैदराबाद स्थित सीएफएसएल भेजा गया है.
एनआईए के मुताबिक, करीब एक हफ्ते पहले बासित के पास से बम बनाने की सामान बरामद किया गया था. आरोपी इससे बम बनाकर देश में आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. एनआईए के सीनियर अफसर ने बताया कि आरोपी आतंकी गतिविधियों में अहम रूप से शामिल थे. वहीं, इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक, बासित 2016 में आईएसआई के गढ़ जाने की तैयार में था, लेकिन उसका ये प्लान कामयाब नहीं हो सका.
जांच एजेंसी को जानकारी मिली थी कि अब्दुल्ला बासित और अदनान हसन लगातार आपस में संपर्क में हैं और आईएसआईएस के इशारे पर आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं. बता दें कि अदनान हसन को 2016 में भारतीय मुस्लिम युवाओं को आईएसआईएस के लिए भर्ती करने और ट्रेनिंग देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद से अब तक उस पर मामला चल रहा है.
एनआईए ने 6 अगस्त को हैदराबाद में ही करीब सात जगहों पर दबिश दी थी. वहीं, इस गिरफ़्तारी को महज तीन दिन बाद भारत के 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके से जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि, एनआईए ने इस बात से इनकार किया है. साथ ही जांच एजेंसी को उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में और कई खुलासे हो सकते हैं.