मुजफ्फरनगर। झूठी शान की खातिर हत्या के एक संदिग्ध मामले में मुजफ्फरनगर जिले में एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी को कथित रूप से जहर देकर उसकी हत्या कर दी. एक श्मशान घाट के पास उसे जहर देने के बाद पिता उसके पास बैठकर उसके मरने का इंतजार कर रहा था.
पुलिस ने बताया कि उस शख्स की योजना अपनी बेटी के शव को गंगा नदी में फेंक देने की थी ताकि कोई उसे ढूंढ नहीं पाए. भोपा थाने के प्रभारी (एसएचओ) वीपी सिंह ने कहा कि लड़की की पहचान हो गई है और उसकी उम्र तकरीबन 16 साल मानी गई है. उसकी भोपा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि सेना में भर्ती के इच्छुक युवकों का एक समूह हर शाम श्मशान घाट के पास खाली मैदान पर दौड़ने का अभ्यास करता है. उन्हें लड़की अर्द्ध चेतन अवस्था में कांपती हुई मिली. वीपी सिंह ने बताया कि सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की ने मदद के लिए हाथ हिलाया था.
जब वे उसके पास गए थे तो उसने अपना नाम बताया और कहा कि उसके पिता ने उसे जहर दिया है. एसएचओ के मुताबिक, युवकों ने लड़की के पास एक व्यक्ति को खड़ा देखा था लेकिन जब वे उससे बात कर रहे थे तो वह वहां से गायब हो गया.
युवकों ने पुलिस नियंत्रण को सूचित किया. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई. वीपी सिंह ने बताया कि लड़की ने पुलिस के सामने वहीं बयान दिया जो युवकों के सामने दिया था.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसके पिता सुदंर सिंह को रायखेडा गांव के एक जंगल से गिरफ्तार कर लिया. इस गांव में उसकी बहन रहती है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुंदर सिंह ने लड़की को जहर देने की बात मान ली है.
उसने पुलिस को बताया कि वह गाजियाबाद में रहता है और करीब पांच महीने पहले उसकी पत्नी का निधन हो गया था जिसके बाद उसे बेटी के चरित्र पर शक हुआ. इसके बाद उसने बेटी को अपनी बहन के घर भेज दिया लेकिन वहां से भी उसे बेटी के बारे में शिकायतें मिली जिसके बाद उसने उसकी हत्या करने की योजना बनाई.
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या और जहर से नुकसान पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है. एसएचओ ने बताया कि आरोपी को यहां एक अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.