नॉटिंघम (इंग्लैंड)। टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेला जा रहा है. इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है और टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया है. पहले दो टेस्ट में हार झेलने के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ ‘करो या मरो’ के तीसरे टेस्ट में फतह हासिल कर वापसी करने के लिए बेताब होगी जिसके लिए वह टीम में कुछ बदलाव भी करना चाहेगी.
भारतीय टीम के लिए ट्रेंट ब्रिज में होने वाला यह टेस्ट उनके लिए सीरीज बचाने का अंतिम मौका होगा. टीम को पहले दो टेस्ट मैचों में एजबेस्टन में 31 रन तथा लॉर्ड्स में पारी व 159 रन से हार का मुंह देखना पड़ा था.
नॉटिंघम में टीम इंडिया का रिकॉर्ड
नॉटिंघम में भारत ने पहली बार टेस्ट मैच 1959 में खेला था जिसमें उसे पारी और 59 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. भारत इस मैदान पर अभी तक 6 टेस्ट मैच खेल चुका है जिनमें से वह सिर्फ 1 मैच जीत पाया है जबकि 2 मैचों में उसे हार झेलनी पड़ी. इन दोनों टीमों के बीच अभी तक 3 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे.
भारत ने इस मैदान पर एकमात्र टेस्ट जीत 2007 में दर्ज की थी. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान की इस जीत में अहम भूमिका रही. उन्होंने इस मैच में कुल 134 रन देते हुए 9 विकेट लेकर भारत को 7 विकेट से जीत दिलाई थी.
ट्रेंट ब्रिज नॉटिंघम में भारत-इंग्लैंड का रिकॉर्ड
4-8 जून 1959: इंग्लैंड पारी और 59 रनों से विजयी
4-9 जुलाई 1996: टेस्ट मैच ड्रॉ
8-12 अगस्त 2002: टेस्ट मैच ड्रॉ
27-31 जुलाई 2007: भारत 7 विकेट से विजयी
29 जुलाई-1 अगस्त 2011: इंग्लैंड 319 रनों से विजयी
9-13 जुलाई 2014: टेस्ट मैच ड्रॉ
स्पिनरों के मुकाबले तेज गेंदबाजों के लिए जन्नत है नॉटिंघम
नॉटिंघम के मैदान पर पलड़ा तेज गेंदबाजों का भारी है. इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के खिलाफ लॉर्ड्स में भारतीय बल्लेबाजी बुरी तरह संघर्ष करती नजर आई थी. इस मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच हुए 6 मैचों के दौरान पेसर्स ने 149 विकेट झटके हैं तो स्पिनर्स ने महज 34 विकेट लिए हैं.
पिछली बार दोनों टीमों के बीच ड्रॉ रहा था मुकाबला
ट्रेंट ब्रिज की पिच 2014 (जब दोनों टीमों के बीच पिछली बार यहां भिड़ंत हुई थी) से काफी अलग दिख रही है. भारत ने सपाट पिच पर दो पारियों में 457 और नौ विकेट पर 391 रन पर पारी घोषित की थी जिसमें इंग्लैंड ने एक बार बल्लेबाजी करते हुए 496 रन बनाए थे तथा यह मैच ड्रॉ रहा था.
मौसम
मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार तीसरे टेस्ट के पहले चार दिन में बादल छाए रहेंगे और भारतीय टीम इस बात को ध्यान में रखेगी तो वे निश्चित रूप से एक ही स्पिनर को उतारेंगे.
0-2 से पिछड़ने के बाद कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री सही टीम संयोजन बनाना चाहेंगे. इस तरह भारतीय टीम कप्तान कोहली की अगुवाई में 38 मैचों में इतनी ही बार के संयोजन में खेलेगी.
सबसे बड़ा बदलाव 20 वर्षीय ऋषभ पंत के टेस्ट पदार्पण का होगा जो खराब फॉर्म में चल रहे दिनेश कार्तिक की जगह लेंगे जिन्होंने शायद लंबे प्रारूप में अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेल लिया है.
चार पारियों में शून्य, 20, एक और शून्य के स्कोर के अलावा विकेटकीपिंग में भी खराब प्रदर्शन के बाद कार्तिक पंत को कैचिंग अभ्यास कराते दिखे. पंत ने नेट में काफी समय बल्लेबाजी करने में बिताया. पंत ने इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ दो प्रथम श्रेणी मैचों में तीन अर्धशतक बनाए हैं जिसके बाद उन्होंने टीम में जगह बनाई.
रूड़की में जन्मे इस युवा को जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, क्रिस वोक्स और सैम कुरेन जैसे गेंदबाजों का सामना करना होगा जो उनके लिए परेशानियां खड़ी करने के लिए तैयार होंगे जैसा कि वे उनके सीनियरों के लिए कर चुके हैं.
पंत के पदार्पण को लेकर जहां इतनी दिलचस्पी बनी हुई है, वहीं प्रशंसक यह भी उम्मीद कर रहे होंगे कि कप्तान कोहली बल्लेबाजी करने के लिए फिट होंगे.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत:
विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), ऋषभ पंत, करूण नायर, हार्दिक पंड्या, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह.
इंग्लैंड:
जो रूट (कप्तान), एलिस्टेयर कुक, केटन जेनिंग्स, जॉनी बेयरस्टॉ, जोस बटलर, ओलिवर पोप, मोईन अली, आदिल राशिद, जेमी पोर्टर, सैम कुरेन, जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, क्रिस वोक्स, बेन स्टोक्स.