न्यूयॉर्क। सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो, फॉर्च्यून की ‘दुनिया को बदलो’ (चेंज द वर्ल्ड) सूची में शीर्ष पर रही है. इस सूची में मुनाफे के उद्देश्य से काम कर दुनिया को मदद करने और सामाजिक समस्याओं को हल करने में सहयोग करने वाली वैश्विक कंपनियों को रैंकिंग दी जाती है.
अलीबाबा सूची में पांचवें स्थान पर
जियो फॉर्च्यून की इस सूची में फार्मा क्षेत्र की दिग्गज मर्क तथा बैंक आफ अमेरिका से आगे रही है. चीन का समूह अलीबाबा सूची में पांचवें स्थान पर है. वहीं खाद्य एवं दवा स्टोर क्रोगर सूची में छठे, औद्योगिक मशीनरी कंपनी एबीबी आठवें तथा नेटवर्क एवं संचार क्षेत्र की दिग्गज ह्यूजेज नेटवर्क सिस्टम दसवें स्थान पर रही हैं. फॉर्च्यून ने कहा, ‘‘यदि इंटरनेट तक पहुंच को मूल अधिकार माना जाए, तो रिलायंस जियो को इसका सबसे अधिक श्रेय जाता है, जिसने इसकी पहुंच को बढ़ाया है.’’ संयुक्त राष्ट्र ने 2016 की गर्मियों में इसे मूलभूत अधिकार घोषित किया था.
2016 में लांच हुई Jio
जियो इस क्षेत्र में सितंबर, 2016 में धमाके के साथ उतरी थी. उसने मुफ्त कॉल और डाटा की पेशकश कर अपने प्रतिद्वंद्वियों को विलय करने या बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया था. उसके बाद से जियो के ग्राहकों की संख्या 21.5 करोड़ पर पहुंच चुकी है और अब यह कंपनी मुनाफे में है. फॉर्च्यून ने कहा कि अंबानी कहना चाहेंगे उन्होंने जनता को डिजिटल ऑक्सीजन दिया है. दो साल पहले दुनिया की इस दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश में ज्यादा ऑक्सीजन नहीं थी.