लौंग एक गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के लिए किया जाता है। लौंग के तेल, उसकी पत्तियों तथा उसकी सूखी हुई कलियों का इस्तेमाल चिकित्सकीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। इसमें एंटी माइक्रोबियल, एंटी फंगल, एंटी वायरल और एंटीसेप्टिक गुणों का भंडार होता है। इसकी वजह से यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं में घरेलू उपचार के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। आज हम आपको इसी लौंग के तेल से होने वाले कई तरह के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल कर आप भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
मजबूत इम्यूनिटी के लिए – इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए लौंग का तेल बेहतरीन औषधि है। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स शरीर में बीमारी फैलाने वाले तमाम कारकों को खत्म करने का काम करते हैं। लौंग का तेल कैंसर और दिल की बीमारी के कारकों का खात्मा करने में भी समर्थ है।
संक्रमण से लड़ने में – अपने एंटी सेप्टिक गुणों के कारण लौंग का तेल जले-कटे घावों को ठीक करने में काफी लाभकारी होता है। यह फंगल इंफेक्शन या फिर किसी भी तरह के कीड़े के काटने से हुए घाव की वजह से संक्रमण को रोकने में अहम भूमिका निभाता है। घाव पर सीधे लौंक का तेल लगाना काफी तकलीफदेह हो सकता है, इसलिए इसे लगाने से पहले इसमें बादाम या फिर नारियल का तेल लगाकर इसे हल्का कर लें, उसके बाद ही इसे घावों पर लगाएं।
दांतों के लिए – दांतों के लिए बने हर टूथपेस्ट में लौंग का इस्तेमाल जरूर होता है। दातों में छिपे जर्म्स से लड़ने में यह काफी असरदार उपाय होता है। दांत दर्द, माउथ अल्सर तथा दांत के किटाणुओं को दूर करने में लौंग का कोई जवाब नहीं। एक गिलास गर्म पानी में एक बूंद लौंग का तेल मिलाकर कुल्ला करने से सांसों की बदबू दूर होती है।
पाचन के लिए – लौंग पाचन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सबसे प्राचीन औषधियों में से एक है। इसमें पाया जाने वाला यूगोनॉल नाम का तत्व गैस और अपच जैसी समस्याओं से निपटने में काफी प्रभावी होता है। हिचकी आने पर भी लौंग का इस्तेमाल किया जाता है।