Friday , November 22 2024

37 साल की हॉलीवुड एक्ट्रेस ने लगाया 17 के इस बाल कलाकार पर यौन शोषण का का आरोप

मीटू अभियान”(#MeToo) की मुखर वकालत करने वालों में शामिल रहीं हॉलीवुड अभिनेत्री-निर्देशक एशिया अर्जेंटो का एक पूर्व बाल कलाकार से समझौता हो गया है, जिसने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। गौरतलब है कि पूर्व बाल कलाकार ने पिछले साल अभिनेत्री पर आरोप लगाया था कि जब वह 17 साल का था तो अभिनेत्री ने उसका यौन उत्पीड़न किया था। न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स को मिले दस्तावेजों के मुताबिक अर्जेंटो ने पूर्व बाल कलाकार-संगीतकार जिम्मी बेन्नट से 3,80,000 डॉलर में समझौता किया, यह राशि डेढ़ साल की अवधि में चुकाई जाएगीबाल कलाकार ने दावा किया था कि 2013 में कैलिफोर्निया के एक होटल के कमरे में 37 वर्षीय अभिनेत्री ने उसका उस समय यौन उत्पीड़न किया था जब वह 17 साल से थोड़ा बड़ा था लेकिन तब उसकी उम्र 18 साल नहीं थी। यानी कि जब उसका यौन उत्‍पीड़न हुआ तब वह नियमों के अनुसार बालिग नहीं था।

दस्‍तावेजों के मुताबिक अर्जेंटो के वकील ने इस राशि के संबंध में कहा कि इससे बेन्‍नट को मद द होगी। इसमें इस बात का भी जिक्र किया गया है कि 2013 में उस होटल में क्‍या हुआ? इसके मुताबिक अर्जेंटो ने उस दिन होटल में उपस्थित बेन्‍नट के परिजनों से जाने को कहा था और उसके साथ कुछ वक्‍त अकेले में बिताने का आग्रह किया था। उसके बाद उसने उसको एल्‍कोहल दी और उसके बारे में लिखे कुछ नोट्स दिखाए, उसके बाद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, इसके साथ ही बेन्‍नट से ढेर सारे फोटो लेने को कहा।

उसी दिन बाद में एशिया ने दोनों के क्‍लोज-अप फोटो को इंस्‍टाग्राम पर शेयर किया था, इसके साथ ही यह भी लिखा कि वह अपनी अगली फिल्‍म में बेन्‍नट को मौका देंगी। इन सब बातों को केस में प्रमाण के तौर पर पेश किया गया है, इसके बाद ही दोनों पक्षों में सेटलमेंट हुआ, उल्‍लेखनीय है कि पिछले साल हॉलीवुड के दिग्‍गज हार्वे वाइनस्‍टीन के खिलाफ मीटू अभियान जब शुरू हुआ तो सबसे पहले जिन 13 महिलाओं ने उन पर यौन उत्‍पीड़न के आरोप लगाए, उनमें से अर्जेंटो में भी शामिल थी। इससे पहले एशिया अर्जेंटो अभी हाल में उस वक्‍त ऑनलाइन ट्रोल हुईं जब उनके ब्‍वॉयफ्रेंड और सेलेब्रिटी शेफ एंथोनी बोर्डेन ने आत्‍महत्‍या कर ली।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About admin