नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए समाजिक कार्यकर्ता वरवरा राव, वेरनॉन गोंजाल्विस और गौतम नवलखा को बीजेपी ने नक्सलियों की दुकान चलाने वाला बताया है. बीजेपी ने कहा है कि वरवरा राव, वेरनॉन गोंजाल्विस और गौतम नवलखा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दुलारे हैं और नक्सलियों की दुकान चलाते हैं. बीजेपी की तरफ से आज संबित पात्रा मैदान में आए तो उन्होंने गिरफ्तार किए लोगों का नक्सली कनेक्शन बताकर साबित करने की कोशिश की कि गिरफ्तारियां बिलकुल सही थीं.
संबित पात्रा ने कहा, ‘’वरवरा राव को देश के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में 80 के दशक में दो साल की जेल हुई थी. उस समय हमारी सरकार नहीं थी. इतना ही नहीं इसके बाद भी कई मामलों में वह जेल की हवा खा चुके हैं. उस समय न राज्य और न केंद्र में बीजेपी की सरकार थी.’’ उन्होंने कहा, ‘’वरवरा राव ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर लड़ना है तो हाथों में हथियार लेकर लड़ना होगा और वरवरा राव संसदीय कार्यप्रणाली और चुनावों को खत्म करने की बात भी कह चुके हैं.’’
मिलिए राहुल गांधी के दुलारे और मानवाधिकारों की आड़ में नक्सलियों की दुकान चलाने वाले वरवरा राव से I pic.twitter.com/x1MpbIfOoe
— BJP (@BJP4India) August 29, 2018
संबित पात्रा ने वेरनॉन गोंजाल्विस को लेकर कहा, ‘’वह कांग्रेस की सरकार के दौरान 6 साल के लिए जेल गए थे और साल 2013 में छूट कर लौटे थे. तब देश के कई अखबारों ने उन्हें नक्सली बताया था. महाराष्ट्र एटीएस ने वेरनॉन गोंजाल्विस को साल 2007 में कई तरह के विस्फोटक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था.’’
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संबित पात्रा ने गौतम नवलखा को लेकर कहा, ‘’यूपीए की सरकार के दौरान साल 2011 में जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए गौतम नवलखा को श्रीनगर से वापस भेज दिया गया था. उस समय लिखित में राज्य सरकार ने दिया था कि हम इन्हें घुसने नहीं देंगे क्योंकि ये कश्मीर को जलाना चाहते हैं. उस समय राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की सरकार थी.’’
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राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए संबित पात्रा ने कहा, ”ये दुःख का विषय है कि राहुल गांधी नक्सलियों को मानवाधिकार कार्यकर्ता मानते हैं, जो लोग दूसरों का खून बहाते हैं वो कैसे मानवाधिकार कार्यकर्ता हो सकते हैं यह सोचने का विषय है.” उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करते-करते राहुल गांधी आज आतंकवाद और नक्सलवाद का बचाव करने लगे हैं.”