इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान आज पहली बार रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय गए जहां उन्हें सुरक्षा मुद्दों से अवगत कराया गया. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान ने 25 जुलाई को आम चुनाव में जीत हासिल की थी. ऐसी धारणा है कि पाकिस्तानी राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाली पाकिस्तानी सेना ने उनकी पार्टी को जीत दिलाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी.
प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा मंत्री परवेज खट्टक, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, वित्त मंत्री असद कुमार भी उनके साथ मुख्यालय गए. सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने बताया कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने मुख्यालय में खान का स्वागत किया. गफूर ने बताया, “प्रधानमंत्री को रक्षा, आंतरिक सुरक्षा और अन्य पेशेवर मुद्दों से अवगत कराया गया.”
सोमवार को जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री खान के बीच पहली औपचारिक मुलाकात हुई थी और दोनों ने देश में सुरक्षा की स्थिति के साथ ही क्षेत्र में स्थायी शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों पर चर्चा की. बाजवा ने बैठक के दौरान खान को प्रधानमंत्री बनने की बधाई भी दी. देश को 1947 में आजादी मिलने के बाद से देश के इतिहास के लगभग आधे समय में पाकिस्तान पर ताकतवर सेना की हुकुमत रही है.
खान और बाजवा के बीच 2017 में पहली बार मुलाकात हुई थी जब क्रिकेटर से नेता बने खान ने बाजवा को उनकी पदोन्नति और सेना प्रमुख के तौर पर नियुक्ति के लिए बधाई दी थी.