Sunday , May 5 2024

प्रधानमंत्री जी जानवरों से क्रूरता की सजा एक कप कॉफी से भी सस्ती : युजवेंद्र चहल

नई दिल्ली। टीम इंडिया के युवा स्पिनर युजवेंद्र चहल खेल के मैदान के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों को लेकर भी काफी सजग रहते हैं. खासतौर पर जानवरों की सुरक्षा और उनके साथ हो रहे व्यवहार को लेकर युजवेंद्र चहल काफी सेंसटिव हैं. ऐसे में युजवेंद्र चहल ने जानवरों के साथ हो रही क्रूरता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. वह अक्सर अपने सोशल मीडिया पेज पर भी जानवरों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को लेकर भी अपनी बात रखते रहे हैं.

युजवेंद्र चहल ने इस पत्र में लिखा है- जब पेटा इंडिया ने मुझे बताया कि जानवरों के साथ क्रूरता और उन्हें मारने की सजा पशु क्रूरता अवरोधक कानून (PCA) 1960 के तहत मात्र 50 रुपए है तो मेरा सिर चकरा गया. इन दिनों तो एक कप कॉफी भी इससे महंगी है.

Yuzvendra Chahal

उन्होंने लिखा- ‘यह बहुत दुख की बात है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाय, कुत्ते और देश के दूसरे जानवरों के साथ रोजाना दुर्व्यवहार होता है. उन्हें मारा जाता है, जहर दिया जाता है, एसिड से अटैक किया जाता है और यहां तक कि उनके साथ यौन उत्पीड़न भी किया जाता है. हाल ही में हरियाणा में एक गर्भवती बकरी के साथ आठ लोगों के रेप करने का मामला भी सामने आया था. रेप के कारण चोटिल होने की वजह से उस बकरी की मौत हो गई थी.’

चहल ने आगे कहा- ‘जानवरों के साथ क्रूरता की यह स्थिति इंसानों के लिए भी काफी खतरनाक है. रिसर्च के मुताबिक, जो लोग जानवरों के साथ क्रूरता करते हैं वह ऐसा बार-बार करते हैं और इसके बाद वह दूसरे जानवरों और इंसानों को भी नुकसान पहुंचाते हैं. अगर जानवरों के साथ क्रूरता करने वाले इन अपराधियों को सही जुर्माना, वक्त पर जेल और काउंसिलिंग दी जाए तो यह उनके और जानवरों दोनों के लिए ठीक रहेगा. मैं गुजारिश करता हूं कि जानवरों के साथ क्रूरता करने वालों की सजा कठोर की जाए, ताकि ऐसे अपराध में कमी आए.’

Yuzvendra Chahal

बता दें कि युजवेंद्र चहल से पहले सिद्धार्थ मल्होत्रा, जॉन अब्राहम, जैकलिन फर्नांडीज, अर्जुन कपूर, सोनाक्षी सिन्हा, रवीना टंडन, डॉ. किरण बेदी, विराट कोहली, शिखर धवन और अजिंक्य रहाणे भी इस मुहिम का हिस्सा बन चुके हैं.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch