नई दिल्ली। राफेल डील विवाद का मुद्दा पिछले कुछ समय से भारतीय राजनीति में छाया हुआ है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस डील को एक बड़ा घोटाला बताकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेर रही है. अब ये मामला देश की सर्वोच्च अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट के दर पर पहुंच गया है.
सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते इस मसले को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई कर सकता है. वरिष्ठ वकील मनोहर लाल शर्मा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है कि राफेल डील में घोटाला हुआ है, इसलिए इस डील को रद्द कर दिया जाए. अब अगले हफ्ते कोर्ट इसपर सुनवाई कर सकता है.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस डील को लेकर लगातार प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को निशाने पर लिए हुए हैं. लोकसभा में अपने भाषण के दौरान राहुल ने पीएम और रक्षामंत्री पर राफेल देश से झूठ बोलने का आरोप लगाया था.
क्या हैं कांग्रेस के आरोप?
कांग्रेस का दावा है कि यूपीए सरकार ने जिस विमान की डील की थी, उसी विमान को मोदी सरकार तीन गुना कीमत में खरीद रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस नई डील में किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी के ट्रांसफर की बात नहीं हुई है. पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के मुताबिक यूपीए सरकार की डील के अनुसार, 126 में से 18 एयरक्राफ्ट ही फ्रांस में बनने थे बाकी सभी HAL के द्वारा भारत में बनने थे.
बता दें कि कांग्रेस ने राफेल के मुद्दे पर देशभर में करीब 100 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की हैं. इसके अलावा कांग्रेस की कोर कमेटी ने अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मिलकर बैठक भी की. पार्टी ने बैठक में मोदी सरकार को घेरने का प्लान बनाया.