लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों को कम गन्ना उगाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि चीनी से शुगर होती है लिहाजा गन्ने के अलावा अन्य फसलों को भी उगाया जाये. ये बात उन्होंने चीनी का कटोरा कहे जाने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत में कही. अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बयान पर निशाना साधा है.
उन्होंने ट्वीट किया,” बात-बात में पाकिस्तान का विरोध करने वाली भाजपा सरकार ने वहाँ से अरबों रुपयों की चीनी आयात करके भारत के किसानों को नुक़सान पहुँचाया है. इससे किसानों की आय बढ़ाने का भी उनका वादा जुमला साबित हुआ है. इससे आक्रोशित किसान अपने गन्ने लेकर 2019 में इसका जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं.”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा,” भाजपा सरकार गन्ना-बक़ाया न चुकाने से जिस तरह गन्ना किसानों का विरोध झेल रही है उस आग में अब प्रवचनीय मुख्यमंत्री जी ने ये कहकर घी डाल दिया है कि गन्ना न उगाएँ इससे डायबीटीज बढ़ती है. इससे अच्छा वो एक सलाह अपने मतांध समर्थकों को दें कि वो समाज में हिंसा-नफ़रत की कड़वाहट न घोलें.”
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बागपत दौरे पर थे वहां उन्होंने चीनी मिल मालिकों को चेतावनी देते हुए कहा कि 15 अक्टूबर तक गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया तो सरकार का डंडा भी चलेगा. यहीं पर योगी ने किसानों से गन्ने के अलावा अन्य फसलों को भी बोने की अपील की. योगी ने कहा कि दिल्ली का बाजार पास है आप लोग फायदे में रहेंगे.