हरिद्वार। योगगुरु बाबा रामदेव के हरिद्वार स्थित गुरुकुल ‘आचार्यकुलम’ का आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उद्घाटन करेंगे. अमित शाह बाबा रामदेव के कार्यक्रम में ऐसे समय में जा रहे हैं जब रामदेव ने बीजेपी को समर्थन देने के मुद्दे पर हाल ही में कहा है कि मैं सर्वदलीय और निर्दलीय हूं.
रामदेव ने 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को समर्थन दिये जाने के सवाल पर कहा कि विरोधी एकजुट हो रहे हैं. महागठबंधन की बात हो रही है. ये फॉर्मूला कितना जमीन पर उतर पाएगा ये वक्त बताएगा. लेकिन मोदी के मुकाबले कोई दूसरा नेतृत्व नहीं दिख रहा है. ये एक अलग बात है कि इस देश में एक सामाजिक, जातिय संघर्ष होता रहता है.
उन्होंने कहा, ”मैं राजनीतिक स्तर पर सर्वदलीय और निर्दलीय हो गया हूं. चुनाव में संघर्ष और शोर तो है. चुनाव में टक्कर हो तो लोगों को मजा आता है.” रामदेव ने कहा, ”2019 में अभी बहुत वक्त है. सच है कि मैं किसी राजनीतिक पार्टी का प्रचारक नहीं हूं. मैं एक आध्यात्मिक व्यक्ति हूं, योगी हूं.”
राफेल डील विवाद
रामदेव ने राफेल मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘चोर’ कहने पर आपत्ति जताई. साथ ही उन्होंने बीजेपी के पलटवार की भाषा को भी ‘अशोभनीय’ करार दिया. उन्होंने कहा, ”राजनीतिक पार्टियों में एक अशोभनीय बातें हो रही है, जो नहीं होनी चाहिए. वाणी की मर्यादा गिर रही है. कोई चोर तो कोई महाचोर कह रहा है.” योगगुरु रामदेव ने कहा, ”अनुशासन में रहकर आसन और शासन हो. व्यक्तिगत तौर पर छिंटाकशी नहीं होनी चाहिए.”
राफेल को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर रामदेव ने कहा, ”इस देश में कुछ बड़े मुद्दे बनाने के लिए कुछ राजनीतिक रचनाएं होती है. नारे और मुद्दे गढ़े जाते हैं. इस समय राफेल के तौर पर एक बड़ा मुद्दा गढ़ा जा रहा है. इसमें विपक्ष कितना कामयाब होता है और सरकार कैसे डील करती है ये वो जाने. लेकिन जो भी देश में हो उसमें पारदर्शिता होनी चाहिए. पीएम जब बोलते हैं तो गहराई से बोलते हैं.”
पेट्रोल-डीजल
बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमत पर रामदेव ने कहा कि पेट्रोल डीजल पर सरकार को एक्शन लेना चाहिए. सरकार को सभी की सुननी चाहिए. सरकार चलाने के लिए टैक्स चाहिए इसलिए इसे जीएसटी के दायरे में नहीं ला रहे हैं. टैक्स न हो तो आधे दाम हो जाएंगे.
कालाधन क्या है रुख?
रामदेव ने कहा कि देश के भीतर मौजूद कालाधन के खिलाफ मोदी सरकार ने काम किया. लेकिन सीमा के बाहर के कालाधन को लाने में जिस तेजी और ताकत से सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए उसमें कुछ दिक्कत हुई है. आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव से पहले रामदेव कालाधन के खिलाफ आंदोलन कर चुके हैं.