नई दिल्ली। एशिया कप 2018 के फाइनल मुकाबले में आज (28 सितंबर) को रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया का मुकाबला बांग्लादेश के साथ होगा. यूं तो भारत ने इस पूरे एशिया कप में लगातार बेहतरीन परफॉर्म किया है, लेकिन तीसरी बार फाइनल में पहुंचे बांग्लादेश की नजरें भी खिताब जीतने पर टिकी होंगी. भारत ने 2016 में भी फाइनल में बांग्लादेश को हराकर अपना छठा एशिया कप खिताब जीता था. एक बार भारत फिर इस ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाने के इरादे से उतरेगा.
अफगानिस्तान के साथ टाई हुए मैच के बाद बांग्लादेश को हल्के में लेना भारत के लिए खतरनाक हो सकता है. खासकर इसलिए क्योंकि बांग्लादेश ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई है. ऐसे में रोहित शर्मा किसी भी तरह के रिस्क या एक्सपेरिमेंट से बचते हुए फाइनल में अपनी मजबूत टीम उतारना चाहेंगे.
इस एशिया कप में कप्तान रोहित शर्मा ने कई नए खिलाड़ियों को मौका दिया है, लेकिन खिताबी जंग के लिए वह मजबूत और अनुभवी टीम के साथ उतरना चाहेंगे. ऐसे में बांग्लादेश से मुकाबले की टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन कुछ इस तरह से हो सकती है.
रोहित शर्माः रोहित शर्मा दुबई में एक बार फिर आगे बढ़कर टीम को लीड करना चाहेंगे. इस टूर्नामेंट में अब तक उन्होंने चार पारियों में 23, 52, 83 नाबाद और 111 नाबाद की पारियां खेली हैं. शीर्ष क्रम में रोहित की लगातार अच्छी परफॉर्मेंस भारत के यहां तक के सफर की एक बड़ी वजह रही है.
शिखर धवनः रोहित के साथ ओपनर शिखर धवन इस एशिया कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने हुए हैं. वह 327 रन बना चुके हैं. इनमें दो शतक भी शामिल हैं. रोहित और शिखर की साझेदारियां भी टूर्नामेंट में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. अगर फाइनल में भी दोनों इसी अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं तो भारत के लिए सातवां कप जीतने की राह आसान होगी.
अंबाती रायडूः अंबाती रायडू को इस टूर्नामेंट में जब भी मौका मिला है उन्होंने बढ़िया बल्लेबाजी की है. हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ रायडू ने 60 और पाकिस्तान के खिलाफ 61 नाबाद रन बनाए. सुपर 4 में अफगानिस्तान के खिलाफ रायडू ने 57 रन की पारी खेली. रायडू भारत के मध्यक्रम को मजबूती देने वाले खिलाड़ी हैं.
केएल राहुलः रोहित शर्मा और शिखर धवन के टॉप आर्डर में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद केएल राहुल ने कई बार आक्रामक पारियां खेल कर ओपनर के रूप में खेलने की इच्छा जाहिर की है. जब भी उन्हें ओपनिंग का मौका मिला है तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है. राहुल ने अफगानिस्तान के खिलाफ 60 गेंदों में 66 रन की पारी खेली. दिनेश कार्तिक ने एशिया कप में अबतक कुछ खास कमाल नहीं किया है. ऐसे में उनके लिए लगता है कि टीम इंडिया में लंबे समय तक बने रहना आसान नहीं होगा. इसलिए मिडिल ऑर्डर में राहुल के लिए जगह बनती है.
केदार जाधवः प्लेइंग 11 में केदार जाधव को लगातार क्यों पिक किया जा रहा है, इसका एक बड़ा कारण है कि वह आक्रामक बल्लेबाजी के साथ वह लगातार विकेट भी ले रहे हैं. अभी तक उन्हें बल्लेबाजी की जरूरत नहीं पड़ी है. लेकिन वह एक अच्छे फिनिशर का रोल प्ले कर सकते हैं, जैसा वह पिछले कुछ सालों में करते रहे हैं.
महेंद्र सिंह धोनीः भारत के लिए प्लेइंग 11 में विकेटकीपर के रूप में धोनी पहली प्राथमिकता होगी. बेशक धोनी बल्ले से इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, लेकिन विकेटों के पीछे धोनी आज भी बेहतरीन हैं. टीम के कप्तान न होते हुए भी वह लगातार टीम को गाइड करते रहते हैं.
रवींद्र जडेजाः वन-डे में वापसी के बाद से रवींद्र जडेजा ने तीन मैचों में 7 विकेट लिए हैं. अफगानिस्तान के साथ हुए मैच में विकेट लेने के बाद वह एशिया कप सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. हार्दिक पांड्या चोट की वजह से एशिया कप से बाहर हो चुके हैं. साथ ही जडेजा एक बेहतरीन ऑल राउंडर के रूप में कई बार खुद को साबित कर चुके हैं. ऐसे में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना चाहिए.
भुवनेश्वर कुमारः भुवनेश्वर कुमार के लिए यह टूर्नामेंट काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है, लेकिन फाइनल में उनका खेलना लगभग तय है. उन्होंने दो मैचों में 3 विकेट लिए हैं. दो मैचों में उन्हें कोई विकेट नहीं मिली है, लेकिन शुरुआत में ही विकेट लेना उन्हें एक खतरनाक गेंदबाज बनाता है.
जसप्रीत बुमराहः बुमराह ने तीनों मैचों में विकेट हासिल की हैं. भुवनेश्वर की तरह ही बुमराह भी शुरू में ही विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. बुमराह अब तक इस टूर्नामेंट में 7 विकेट ले चुके हैं. बांग्लादेश के साथ फाइनल में बुमराह विकेट लेकर आईसीसी रैंकिंग में अपने नंबर जरूर बढ़ाना चाहेंगे.
कुलदीप यादवः कुलदीप विकेट टेकिंग स्पिनर होने के साथ-साथ ऐसे गेंदबाज हैं जो विपक्षी टीमों के रनों पर अंकुश लगाते हैं. वह अब तक टूर्नामेंट में 7 विकेट ले चुके हैं. लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ उन्हें कोई विकेट नहीं मिली. ‘चाइनामैन’ गेंदबाज फाइनल में अपना रिकॉर्ड बेहतर करना चाहेंगे.
युजवेंद्र चहलः लेग स्पिनर चहल ने इस टूर्नामेंट में अब तक चार मैचों में 5 विकेट ले चुके हैं, लेकिन चहल ने सुपर 4 में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की थी. फाइनल में चहल अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे.
भारत ने 2016 में भी फाइनल में बांग्लादेश को हराकर अपना छठा एशिया कप खिताब जीता था. वहीं, बांग्लादेश तीसरी बार फाइनल में पहुंचा है. बांग्लादेश ने इससे पहले 2012 और फिर 2016 में एशिया कप के फाइनल में जगह बनाई थी. भारत ने 1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010 और 2016 में एशिया कप के खिताब अपने नाम किए हैं. बांग्लादेश पहली बार 2012 में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था, लेकिन पाकिस्तान से मात खा बैठा था.