लखनऊ। समाजवादी पार्टी के बागी नेता शिवपाल यादव अपनी नई पार्टी के साथ 2019 लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए तैयार हैं. शिवपाल की पार्टी, समाजवादी पार्टी से मिलता-जुलता नाम और चुनाव चिन्ह चाहती है.
यही वजह है कि पार्टी के नाम में “समाजवादी पार्टी” तो होगा ही, चुनाव चिन्ह भी मोटरसाइकिल हो सकती है. इस चुनाव चिन्ह को साइकिल का जवाब माना जा रहा है. बता दें कि साइकिल समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह है. वहीं शिवपाल यादव की नई पार्टी का नाम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी “लोहिया” होगा.
हालांकि शिवपाल यादव ने चुनाव आयोग से जनता दल का पुराना चुनाव चिन्ह “चक्र” मांगा है ताकि पुराने सामाजवादियों को लुभा सके. लेकिन अगर चुनाव आयोग ने इसे नहीं दिया तो शिवपाल की दूसरी पसंद मोटरसाइकिल ही है. अगले एक हफ्ते में चुनाव आयोग की तरफ से शिवपाल यादव को पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न दोनों आवंटित कर देगा.
बता दें कि करीब 1 साल पहले जब समाजवादी पार्टी के भीतर घमासान अपने चरम पर था तब ही शिवपाल यादव ने चुनाव आयोग से अपनी पार्टी के लिए “प्रगतिशील समाजवादी पार्टी” नाम की मांग की थी. पार्टी के नाम और चिन्ह का औपचारिक ऐलान होने से पहले ही शिवपाल यादव ने अपने तमाम पदाधिकारियों का एलान करना शुरू कर दिया है. पार्टी के 24 प्रवक्ता बनाए गए हैं जबकि उत्तर प्रदेश को 14 मंडलों में बैठकर सभी मंडल के प्रभारी भी तय कर दिए गए हैं.
शिवपाल यादव ने एलान किया है कि वह उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर मुलायम सिंह उनकी पार्टी की जगह बेटे के समाजवादी पार्टी से लड़ना चाहेंगे तो उस सीट को छोड़कर बाकी सभी 79 सीटों पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार मैदान में होगा. यही नहीं शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के खिलाफ कन्नौज से मजबूत प्रत्याशी देने का भी एलान कर रखा है. जैसे-जैसे शिवपाल यादव की पार्टी बढ़ती जाएगी अखिलेश यादव के लिए मुश्किलें उतनी ज्यादा होंगी.