Tuesday , April 30 2024

राम मंदिर: हिंदू पक्षकारों से बात करने गए वसीम रिजवी, कहा- ओवैसी बिना मूंछ का रावण

लखनऊ। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी सोमवार (1 अक्टूबर) को अयोध्या में थे। वसीम रिजवी ने अयोध्या में जाकर रामलला के दर्शन किए और राम मंदिर के हिंदू पक्षकारों से मुलाकात भी की। मुलाकात के दौरान उन्होंने न सिर्फ राम मंदिर बनाने की पैरवी की बल्कि एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। वसीम रिजवी ने ओवैसी को बिना मूंछ का रावण तक करार दे दिया।

सोमवार को​ शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी अयोध्या पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने सबसे पहले रामलला के दर्शन किए। इसके बाद संतों-महंतों और मामले के हिंदू पक्षकारों से मुलाकात की। वसीम रिजवी ने महंतों से मुलाकात के दौरान स्थानीय मीडिया से कहा कि रामलला के दर्शन मार्ग पर रामभक्तों की दशा देखकर मन दुखी हो जाता है।

वसीम रिजवी ने कहा कि ओवैसी बिना मूंछ का रावण है जो राममंदिर का निर्माण नहीं होने दे रहे हैं। एक तरफ मुझे राम भक्तों की जज्बात देखकर बेहद खुशी हो रही है। वही दुख भी होता है कि बाबर के पैरोकार इनके साथ ज्यादती कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘धर्म को फॉलो करने वाले पहले इंसान बने। इंसानियत के बाद धर्म को अख्तियार करे।”

वैसे बता दें कि वसीम रिजवी ने कुछ दिनों पहले ही मीडिया से बातचीत में ये दावा किया था कि भगवान राम उनके सपने में आए थे। रिजवी ने ये भी दावा किया था कि उन्होंने भगवान राम को सपने में रोते हुए देखा था। अपनी उसी बात पर रिजवी ने अयोध्या में कहा,” राम मंदिर निर्माण मेरा मिशन है। भगवान राम मेरे सपने में आए मेरे लिए बड़ी बात है। वह पोशाक और धनुष धारी के रूप में नजर आ रहे थे।

वसीम रिजवी ने कहा कि कट्टरपंथी मानसिकता के लोग जो अपने को तथाकथित मुसलमान कहते हैं, वह हिंदुस्तान के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के मुसलमानों से संबंधित अहम फैसले पाकिस्तान और सऊदी अरब के आतंकवादी संगठन तय करते हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इन आतंकवादी संगठनों की एक शाखा है, जो इनकी विचारधाराओं पर चलते हुए देश का माहौल खराब कर रहा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट 29 अक्टूबर से इस मामले की नियमित सुनवाई की बात कही है।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch