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‘एसजी’ गेंद से शिकायत पर टीम इंडिया को पूर्व कप्तान अज़हरुद्दीन की नसीहत

हाल ही में हैदराबाद टेस्ट में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज़ को महज़ तीन दिनों के अंदर दो बार समेट दिया. भारतीय गेंदबाज़ों के इस जलवे से भारत को 10 विकेट से जीत मिली. बल्कि टेस्ट भी महज़ तीन दिन के अंदर खत्म हो गया.

लेकिन घरेलू सरज़मीं पर लगातार इस तरह के प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम के खिलाड़ियों को देश में इस्तेमाल होने वाली एसजी बॉल से परेशानी है. इस मामले में पहले कप्तान कोहली और उसके बाद उमेश यादव और आर अश्विन भी इसे लेकर अपनी परेशानी जता चुके हैं.

इस मामले में अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अज़हरूद्दिन भी कूद पडे हैं. उन्होंने खिलाड़ियों से अलग अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उन्हें ये समझ नहीं आ रहा कि इसे लेकर इतना हो-हल्ला क्यों है और क्यों भारतीय खिलाड़ी देश में भी ड्यूक बॉल के इस्तेमाल पर ज़ोर दे रहे हैं.

अज़हर ने कहा, ‘मुझे आद भी याद है जब 1984-85 में ड्यूक गेंद का इस्तेमाल किया गया था और भारतीय कंडीशन्स में उसकी हालत खराब हो गई थी. इसके बाद 1993 में एसजी गेंद का इस्तेमाल किया गया और भारतीय टीम इससे घरेलू सर्किट में बेहद कामयाब हुई.

अज़हर बोले कि ‘जब हमारे स्पिनर्स ऑस्ट्रेलिया जाते हैं तो वो कोकाबुरा गेंद को ग्रिप करने में बहुत परेशानी महसूस करते हैं. इंग्लैंड में भी कुछ ऐसा ही हुआ आप जानते हैं कि अश्विन और मोईन अली की ग्रिप में कितना फर्क था.’

इसके साथ ही उन्होंने कुलदीप और उमेश के शानदार प्रदर्शन का ज़िक्र करते हुए एसजी गेंद के बचाव में कहा, ‘अगर आप मैच में छह विकेट लेते हो तो फिर आप किस तरह से इसकी शिकायत कर सकते हैं? वहीं तेज़ गेंदबाज़ी में भी यादव ने 10 विकेट चटकाए फिर शिकायत की गुंजाइश कहां है?’

पूर्व कप्तान ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि वो सब कॉन्टिटेंट के किसी खिलाड़ी को इस्तेमाल होने वाली गेंद से परेशानी होते देख रहे हैं.

अज़हर ने इसके साथ ही कहा, ‘जो चीज़ आपकी कंडीशन्स के हिसाब से आपको सूट करती हैं आपको उसके साथ जाना चाहिए. टेस्ट क्रिकेट का यही चैलेंज होता है. मैंने कभी इंग्लैंड जाकर ये नहीं कहा कि मुझे एसजी गेंद से खेलना है. बिल्कुल वैसे ही जब कभी इंग्लैंड यहां आता है या आएगा तो उसे भी अलग तरह की मुश्किलों का सामना करना होगा.’

अज़हर के नज़रिये से अगर कोई गेंदबाज़ पांच या 10 विकेट लेने के बाद शिकायत करता है तो इसका मतलब बिल्कुल वैसा ही है जैसे कोई बल्लेबाज़ शतक लगाने के बाद पिच को लेकर शिकायत करे.

साथ ही अज़हर बोले कि ‘अगर आपको गेंद से किसी तरह की शिकायत है तो आप गेंद बनाने वाली कंपनी से बात कीजिए और उन्हें परेशानी और बदलाव के बारे में बताइये. मैंने सुना है कि खिलाड़ियों की एसजी गेंद की सीम से परेशानी है, अगर ऐसा है तो ये कंपनी को भी पता होना चाहिए.’

अज़हर ने कहा, ‘जब मैं खेलता था और मुझे बल्ले से कोई परेशानी होती थी तो मैं बैट बनाने वाली कंपनी के पास ज्यादा था और उन्हें परेशानी के बारे में बताता था.’

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