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पाकिस्‍तान के इस बल्‍लेबाज ने बनाया अनूठा रिकॉर्ड, अपने पिता और दादा की उपलब्धि की बराबरी की…

पाकिस्‍तान (Pakistan) के क्रिकेटर शहजार मोहम्‍मद (Shehzar Mohammad) ने पिछले सप्‍ताह एक घरेलू क्रिकेट मैच में 265 रन की बेहतरीन पारी खेली. इस बेजोड़ पारी के साथ उन्‍होंने अपने परिवार के क्रिकेट इतिहास को एक तरह से दोहराने का काम किया है. गौरतलब है कि शहजार से पहले उनके पिता, दादा, अंकल और दो चचेरे दादा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दोहरा शतक लगा चुके हैं. शहजार पाकिस्‍तान के सर्वकालीन सर्वश्रेष्‍ठ बल्‍लेबाजों में से हनीफ मोहम्‍मद(Hanif Mohammad) के पोते और पाकिस्‍तान की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट खेले शोएब मोहम्‍मद (Shoaib Mohammad)के पुत्र हैं.  हनीफ ने पाकिस्‍तान के लिए 55 टेस्‍ट मैच खेले जिसमें उनका औसत 43.98 का रहा. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हनीफ का सर्वोच्‍च स्‍कोर 499 रन का था, जिसे वेस्‍टइंडीज के ब्रायन लारा ने नाबाद 500 रन बनाकर तोड़ा था. हनीफ को लंबी पारियां खेलने में महारत हासिल रही, उन्‍होंने वर्ष 1957-58 में वेस्‍टइंडीज के खिलाफ बारबडोस में 16 घंटे, 10 मिनट तक बल्‍लेबाजी करते हुए 337 रन बनाए थे.

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The family of double-centurions ?

Grandfather ✅
Father ✅
Son ✅

Shehzar Mohammad, grandson of the legendary Hanif Mohammad, smashed 265 in a domestic game in Pakistan.

Details ?http://bit.ly/ThreeGeneration200 

शहजार के पिता शोएब मोहम्‍मद भी पाकिस्‍तान के लिए ओपनर की हैसियत से खेल चुके हैं. शोएब ने 45 टेस्‍ट और 63 वनडे मैच खेले, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका सर्वोच्‍च स्‍कोर नाबाद 208 रन का रहा.पाकिस्‍तान के मशहूर मोहम्‍मद भाइयों के दोहरे शतक की कहानी यहीं खत्‍म नहीं होतीं. हनीफ मोहम्‍मद के भाई सादिक और मुश्‍ताक मोहम्‍मद भी दोहरे शतक लगा चुके हैं. सादिक के बेटे इमरान ने भी यह उपलब्धि हासिल की है.

शहजार ने अपने 36वें प्रथम श्रेणी मैच में यह दोहरा शतक बनाया. अपनी पारी के दौरान उन्‍होंने 464 गेंदों का सामना करते हुए 30 चौकों और एक छक्‍के की मददद से 265 रन बनाए. उनके इस दोहरे शतक की बदौलत कराची व्‍हाइट्स ने मुल्‍तान के खिलाफ अपनी पहली पारी   6 विकेट पर 600 रन बनाकर घोषित की. शहजार की इस पारी के बारे में उनके पिता शोएब मोहम्‍मद ने कहा, ‘मोहम्‍मद परिवार के सभी सदस्‍यों के लिए यह गौरवभरा क्षण है. यह बताता है कि क्रिकेट का खेल हमारी रगों में दौड़ता है.’ जियो टीवी से बात करते हुए शोएब मोहम्‍मद ने कहा, ‘हनीफ साहब (शोएब के पिता) आज जिंदा होते तो उन्‍हें बहुत गर्व महसूस होता.’

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