नई दिल्ली। पुणे में खेले गए तीसरे टी-20 मैच से एक दिन पहले बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया दौरे और वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 के लिए टीम का ऐलान किया. टीम के इस ऐलान में सबसे चौंकाने वाला फैसला था टी-20 टीम में महेंद्र सिंह धोनी का नाम शामिल नहीं होना. धोनी को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टी-20 सीरीज में जगह नहीं दी गई है. यानि धोनी अगले छह टी-20 मैच नहीं खेलेंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभी वन-डे सीरीज की टीम का ऐलान नहीं किया गया है.
महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 टीम में जगह नहीं मिल पाने के कारण फैन्स काफी निराश नजर आए और उन्होंने अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर भी जाहिर की. फैन्स को लगने लगा कि अब टेस्ट के बाद टी-20 फॉर्मेट में भी धोनी का करियर खत्म हो गया है. हालांकि, टीम का ऐलान करते वक्त मुख्यचयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने धोनी को लेकर सफाई देते हुए कहा था कि, धोनी को आराम दिया गया है. अभी उनका टी-20 करियर खत्म नहीं हुआ है.
बता दें कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने उन्हें सीमित ओवरों के दो में से एक प्रारूप में बाहर करके पहले संकेत दे दिए हैं. अब शनिवार (27 अक्टूबर) को बीसीसीआई के एक आला अधिकारी ने कहा, ”यह तय है कि ऑस्ट्रेलिया में 2020 में होने वाला टी-20 विश्व कप महेंद्र सिंह धोनी नहीं खेलेंगे. लिहाजा उन्हें टीम में बनाए रखने का कोई औचित्य नहीं था.”
उन्होंने कहा, ”’चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने इस पर काफी बात की है. विराट कोहलीऔर रोहित शर्मा भी चयन समिति की बैठक में मौजूद थे.” उन्होंने कहा, ”क्या आपको लगता है कि उनकी रजामंदी के बिना चयनकर्ता यह फैसला ले सकते थे.”
महेंद्र सिंह धोनी ने 2018 में सात टी-20 मैच खेले और उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 28 गेंद में नाबाद 52 रन की रही. बाकी छह पारियों में उन्होंने 51 गेंद में 71 रन बनाए. इंग्लैंड में विश्व कप में धोनी विकेटकीपर के तौर पर पहली पसंद होंगे लेकिन बहुत कुछ इस पर निर्भर करेगा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा सीरीज के बाकी तीन मैचों में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है.
अगले दो महीने तक उन्हें मैच अभ्यास भी नहीं मिल सकेगा क्योंकि भारत अगले वन-डे जनवरी से मार्च के बीच खेलेगा. चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद विकेटकीपर के रूप में दूसरे विकल्प पर बात कर चुके हें और ऋषभ पंत पर टीम प्रबंधन ने भरोसा जताया है. अब सवाल यह है कि बाकी तीन मैचों में धोनी का बल्ला नहीं चल पाता है तो क्या होगा.
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के बाद धोनी को घरेलू वन-डे मैच भी खेलने को नहीं मिलेंगे क्योंकि देवधर और विजय हजारे ट्रॉफी खत्म होने को है. ऐसे में भारत के एक पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ”यदि पंत अच्छा खेलता है और धोनी का खराब फॉर्म बरकरार रहता है तो क्या उन्हें विश्व कप 2019 टीम में रखा जाएगा. और किस आधार पर.”
महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने या सीमित ओवरों में कप्तानी छोड़ने का फैसला भले ही अचानक लिया हो, लेकिन उन्हें करीब से जानने वालों को पता है कि इसके पीछे कितना सोच विचार किया गया होगा. विश्व कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा लेकिन यह नहीं भुलाया जा सकता कि टेस्ट क्रिकेट से उन्होंने कैसे एक झटके में संन्यास ले लिया था. एक सीरीज के बीच में और प्रेस कांफ्रेंस के बाद जिसमें कोई संकेत नहीं दिया गया. बीसीसीआई की एक विज्ञप्ति से इसकी जानकारी मिले. महेंद्र सिंह धोनी का जहां तक सवाल है तो कुछ भी अप्रत्याशित वह कर सकते हैं.