नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह जापान के पीएम शिंजो आबे से मुलाकात की. पीएम मोदी दो दिवसीय भारत-जापान वार्षिकशिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शनिवार को ही जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचे हैं. आज मोदी और शिंजो आबे होटल माउंट फुजी में गर्मजोशी से मिले. पीएम मोदी ने शिंजो आबे को तोहफे में हैंडीक्राफ्ट कटोरी और दरी भेंट की. पीएम मोदी यामांशी स्थित शिंजो आबे के हॉलीडे होम विला पहुंचे.
इससे पहले टोक्यो पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. टोक्यो पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ उनकी बैठक दोनों देशों के मजबूत रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ेगी. 2014 के बाद सम्मेलन के लिए मोदी की यह तीसरी यात्रा है.
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे विश्वसनीय दोस्तों में से एक बताया. उन्होंने कहा कि भारतीय नेता के साथ मिलकर वह हिन्द-प्रशांत क्षेत्र को खुला एवं मुक्त बनाने के लिए द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करना चाहेंगे. जापान में दोनों नेताओं के बीच होने वाली शिखर बैठक वाले दिन भारतीय समाचारपत्रों में प्रकाशित एक संदेश में आबे ने कहा कि भारत एक वैश्विक शक्ति के तौर पर क्षेत्र एवं विश्व समृद्धि को प्रबल बना रहा है.
जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने महान देश के एक उत्कृष्ट नेता हैं. आबे ने कहा कि जिस दिन सहयोग के माध्यम से जापानी शिंकनसेन बुलेट ट्रेनें मुंबई से अहमदाबाद के बीच दौड़ेंगी वह दिन भारत-जापान की भविष्य में दोस्ती का चमकता हुआ संकेत होगा. इससे पहले मोदी और शिंजो औद्योगिक रोबोट विनिर्माता कंपनी ‘फानुक’ के कारखाने गए. यह कारखाना तोक्यो के पश्चिम में यामानशी प्रशासनिक क्षेत्र में है.
दोनों देशों के बीच रविवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की जाएगी और द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘शिंजो आबे के साथ 5वें वार्षिक सम्मेलन के लिए टोक्यो पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. जापान उन कुछ देशों में शामिल है, जिसके साथ भारत वार्षिक सम्मेलन करता है. यह हमारे संबंधों की असाधारण मजबूती को दिखाता है.’
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘टोक्यो पहुंच गया हूं. मैं आश्वस्त हूं कि यह यात्रा भारत और जापान के मजबूत रिश्ते में नया अध्याय जोड़ेगी.’ जापान रवाना होने से पहले शुक्रवार को बयान जारी कर मोदी ने कहा, ‘जापान हमारा मूल्यवान सहयोगी है. हमारा जापान के साथ विशेष सामरिक और वैश्विक गठजोड़ है. जापान के साथ हमारे आर्थिक और सामरिक सहयोग में हाल के वर्षो में काफी बदलाव आया है.’उन्होंने कहा, ‘जापान के साथ हमारी विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी है. जापान के साथ हमारे आर्थिक और सामरिक सहयोग में हाल के वर्षो में पूरी तरह से परिवर्तन आया है. आज हमारा सहयोग काफी गहरा और उद्देश्यपूर्ण है. भारत और जापान के बीच सहयोग हमारी एक्ट ईस्ट नीति और मुक्त, खुले व समावेशी हिन्द प्रशांत क्षेत्र के प्रति साझी प्रतिबद्धता पर आधारित है.
उन्होंने बताया कि सितंबर 2014 में उनकी प्रधानमंत्री के रूप में पहली जापान यात्रा के बाद प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ यह 12वीं बैठक होगी. मोदी ने कहा, ‘हमारे बीच यह पूरक भाव ही भारत और जापान को विजयी युग्म बनाता है. जापान आज के समय में भारत के आर्थिक और प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण में सबसे विश्वसनीय सहयोगी है.’
उन्होंने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड कॉरिडोर और समर्पित फ्रेट गलियारा जैसी परियोजनाएं दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय और मजबूत आर्थिक सहयोग को दर्शाते हैं. उन्होंने कहा कि जापान हमारे देश में स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी राष्ट्रीय पहलों में बढ़कर सहयोग कर रहा है. जापानी निवेशकों का भारत के आर्थिक भविष्य में भरोसा बना हुआ है.