नई दिल्ली। अयोध्या मामले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को अयोध्या विवाद और राम मंदिर निर्माण को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को चुनौती दे डाली. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार अयोध्या मामले पर अध्यादेश लाती है तो फटकार पड़ेगी. सरकार मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाकर दिखाए. उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सबको मानना पड़ेगा. फैसले का विरोध करना ठीक नहीं है. देश मर्जी से नहीं बल्कि संविधान से चलता है.
ओवैसी ने बीजेपी के नेता गिरिराज सिंह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह को सरकारी वकील बना देना चाहिए. बता दें कि गिरिराज सिंह ने सोमवार को सुनवाई से पहले बयान दिया था कि अब हिंदुओं का सब्र टूट रहा है, मुझे भय है कि इसका परिणाम क्या होगा.
गिरिराज सिंह ने कहा ‘देश का दुर्भाग्य है कि हिन्दुओं को प्रताड़ित होना पड़ा. आजादी के तुरंत बाद हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर देश का बंटवारा हुआ. उस समय अगर कांग्रेस हिन्दुओं के आस्था का केंद्र प्रभु श्री राम का मंदिर बनवा दी होती तो आज यह दुर्दशा नहीं होती. जवाहर लाल नेहरू ने वोट की खातिर इसे विवादित बनाकर रखा. अब भी कांग्रेस इसे विवादित बनाए रखना चाहती है.’
बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को अयोध्या मामले की सुनवाई टल गई है. सुप्रीम कोर्ट अब जनवरी के पहले हफ्ते में मामले की सुनवाई की अगली तारीख तय करेगा. उस दिन यह भी तय होगा कि सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ही मामले की सुनवाई करेगी या इसके लिए कोई नई बेंच का गठन किया जाएगा.